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RLJD protests over domicile: इनकम टैक्स चौराहे पर सीएम और शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला

बिहार सरकार ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति को खत्म कर दिया है. इससे शिक्षक अभ्यर्थी काफी आक्रोशित हैं. अभ्यर्थियों ने सरकार को शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू करने का अल्टीमेटम दिया है. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलजेजी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने राजधानी के इनकम टैक्स गोलंबर पर सीएम नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का पुतला फूंका.

RLJD protests over domicile
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Published : Jun 29, 2023, 5:32 PM IST

हेमंत कुमार, प्रदेश महासचिव, रालोजद.

पटना:शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल को खत्म करने के मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल लगातार मुखर है. एक तरफ जहां उपेंद्र कुशवाहा पिछले दो दिनों से डोमिसाइल के मामले पर ट्वीटर पर नीतीश कुमार और राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर हमलावर हैं. गुरुवार को उन्हीं के पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा राजधानी के इनकम टैक्स गोलंबर पर सीएम नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का पुतला फूंका गया.

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युवाओं का हक मारा जा रहा: पुतला फूंकने आए राष्ट्रीय लोक जनता दल के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने राज्य सरकार और शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उनका कहना था कि शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल को खत्म करके बिहार सरकार राज्य के युवाओं का हक मार रही है. राज्य सरकार जल्द से जल्द इस मामले पर फैसला करें और निर्णय को वापस लें. RLJD के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता हेमंत कुमार ने कहा कि रोजगार के लिए राज्य सरकार ने कोई उद्योग नहीं लगाया. इससे युवा खुद का भरण पोषण करते. अब उनका हक मारा जा रहा है.

"शिक्षकों की बहाली में सरकार ने नया नियम लाया है. नियम में बार-बार परिवर्तन कर रही है. सरकार नोटिस जारी करती है कि डोमिसाइल चाहिए तो बच्चे दौड़ भाग करके उसे बना लेते हैं और बीपीएससी के फॉर्म को भरने की तैयारी करते हैं तब नया संशोधन होता है कि बाकी स्टेट के लोग भी भरेंगे"- हेमंत कुमार, प्रदेश महासचिव, रालोजद

बहाली प्रक्रिया को लंबा खींचना चाहतेः हेमंत कुमार ने कहा कि शिक्षा मंत्री कहते हैं कि यहां के युवाओं में टैलेंट नहीं है. मैथ, साइंस, इंग्लिश, केमिस्ट्री, फिजिक्स में अच्छे अभ्यर्थी नहीं मिल पाते, इस कारण सीट खाली रह जाती है. पता नहीं वह किस प्रदेश की बात कर रहे हैं. हमारे बच्चे लाइन लगाकर बैठे हैं और सब अनुभवी हैं. वास्तव में इनकी नीयत सही नहीं है. 2024 तक इस प्रक्रिया को खींच कर ले जाना चाहते हैं.

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