पटना:पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस बार चित्रगुप्त पूजा का आयोजन 15 नवंबर को किया जाएगा. इसको लेकर पूरे बिहार के चित्रांश बंधु तैयारी कर रहे हैं. वहीं जातीय गणना के आंकड़े को लेकर उन्होंने जमकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मेरे यहां सभी लोग घर पर ही रहते हैं, लेकिन कोई भी कर्मचारी गणना करने के लिए मेरे यहां नहीं आया. मुझसे कोई जानकारी नहीं ली गई.
जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा: आरके सिन्हा ने दावा किया है कि पूरे बिहार में जिला केंद्र और अनुमंडल केंद्र में कायस्थों की इतनी संख्या है कि उनके वोट से ही उम्मीदवार की जीत होती है. उन्होंने कहा कि पटना महानगर में जितने भी विधानसभा क्षेत्र हैं या लोकसभा क्षेत्र हैं, उसमें भी कायस्थ वोटर की संख्या बहुत ज्यादा है. बावजूद इसके सरकार ने जो गणना की है उसमें उनकी संख्या बहुत कम दिखायी गयी है.
"यहां तक कि मेरे घर पर भी गणना करने वाले कोई भी सरकारी कर्मचारी नहीं पहुंचे. अगर कोई सरकारी कर्मचारी हमारे घर पर गणना करने के लिए पहुंचते तो उसका रिकॉर्ड हमारे कार्यालय में जरूर होता. क्योंकि हमारे यहां आने जाने वाले सभी लोगों का रिकॉर्ड मौजूद रहता है. आप समझ लीजिए किस तरह का जातीय गणना वर्तमान सरकार ने कराया है."-आरके सिन्हा, पूर्व राज्यसभा सांसद
'कायस्थों की संख्या कम नहीं'- आरके सिन्हा:आरके सिन्हा ने दावा किया है किबिहार सरकार के द्वारा जो जातीय गणना के आंकड़े दिए गए हैं, वह गलत है. उन्होंने दावा किया है कि बिहार में कायस्थों की संख्या कम नहीं है. पटना में कायस्थों की संख्या 10 लाख से अधिक के सवाल पर आरके सिन्हा ने कहा कि यह मेरा अनुमान नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत है. उन्होंने कहा कि कायस्थ ऐसी जाति होती है जो इन सब चीजों का विरोध नहीं करती है. हम भी इसका विरोध करेंगे न शिकायत करेंगे. हम सिर्फ अपना काम करेंगे.