पटनाःकोरोना महामारीमें बिहार की चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल तो खुल ही रही है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष यादव सिलसिलेवार तरीके से बदहाली की तस्वीरों को जनता के सामने ला रहे हैं. सूबे की लापरवाह स्वास्थ्य व्यवस्था और बदइंतजामी का दंश झेल रहे स्वास्थ्य केन्द्रों में कहें तो राजद के विधायक इन दिनों धप्पा बोल रहे हैं. वे लगातार प्राथमिक स्वास्थ्य व टीकाकरण केंद्रों का दौरा कर अराजक और भ्रष्ट व्यवस्था को उजागर करने में जुटे हैं. कहें तो राजद की इस मुहीम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चिंता बढ़ा दी है.
सरैया प्रखण्ड के रेफरल अस्पताल की बदहाली
पारू विधानसभा के सरैया प्रखण्ड का रेफरल अस्पताल की बदहाल स्थिति की तस्वीर को दिखाते हुए तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट करते हुए लिखा कि"यह अफ्रीका का जंगल नहीं बल्कि बिहार का स्वास्थ्य केंद्र है. नीतीश जी कहते है डॉक्टर, दवा, उपकरण और स्वास्थ्यकर्मी हम नियुक्त नहीं कर सकते इसलिए 15 वर्ष पूर्व निर्मित स्वास्थ्य उपकेंद्रों और रेफ़रल अस्पताल में स्वतः इतना जंगल उग आए ताकि खंडहरों में ऑक्सिजन की कोई कमी ना रहे"
थावे प्रखंड के इन्द्रवां के स्वास्थ्य उपकेंद्र बंद
गोपालगंज जिले के थावे प्रखंड के इन्द्रवां गांव स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र की तस्वीर भी बदहाल है. इसकी कुछ तस्वीरों को ट्वीट करते हुए तेजस्वी ने लिखा कि"गोपालगंज जिले से बिहार सरकार में तीन मंत्री है. स्वास्थ्य मंत्री बगल के जिले से है फिर यहाँ के स्वास्थ्य उपकेंद्रों यह स्थिति है. राजनीतिक विद्वेष के चलते नीतीश सरकार ने यहाँ की स्वास्थ्य व्यवस्था को इतना जर्जर बना दिया है कि जिलावासियों को ईलाज के लिए गोरखपुर जाना पड़ता है."
सबौर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बदहाल
स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लेने के लिए जब RJD MLA अशराफ अली साहब सबौर प्रखंड अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ममलखा पहुंचे तो वहां भी उन्होंने घोर अभाव पाया.
सकरी का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बीमार!
मधुबनी के सकरी का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था को लेकर ट्वीट करते हुए तेजस्वी ने लिखा कि "मधुबनी जिले में कागजों पर कार्यरत यह (PHC) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. इसकी दशा आप स्वयं देखिए. वर्षों से यह बंद है. इसके संचालन के नाम पर आवंटित फंड कहाँ जाता होगा? नीतीश कुमार के संगठित भ्रष्टाचार के सौजन्य से बिहार में ऐसे हज़ारों स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़े है."
कोठिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सपायर्ड मिली दवाइयां
मोरवा विधायक रणविजय साहू के द्वारा ताजपुर प्रखंड के कोठिया पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण करने के दौरान प्रभारी समेत अधिकांश स्टाफ़ गायब मिला. गिनी-चुनी दवाएं. तेजस्वी ने ट्वीट में लिखा कि जो दवाएं उपलब्ध भी थी, वो एक्स्पायर्ड थी. स्वास्थ्य उपकरण भी गायब थे. स्वास्थ्यमंत्री और CM को वर्चुअल से अधिक ऐक्चूअल पर ध्यान देना चाहिए.
बांका के स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति बदहाल
बांका जिले के बौंसी प्रखण्ड के बभनगामा के स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति को लेकर तेजस्वी ने नीतीश कुमार और मंगल पांडे पर निशाना साधा."हजारों की संख्या में बिहार में बंद पड़े (लेकिन कागजों में सुचारु रूप से संचालित) ऐसे हज़ारों स्वास्थ्य केंद्रों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है. कल्पना करिए, प्रतिवर्ष कितने हज़ारों करोड़ का ग़बन हो रहा है."
राजद विधायक कर रहे औचक निरीक्षण
बता दें कि तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट कर बताया कि उनके विधायक कोविड महामारी के इस दौर में राजद कोविड केयर चला रहे हैं. जहां जरुरतमंदों को चिकित्सीय परामर्श के साथ-साथ इलाज भी किया जा रहा है. वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य और टीकाकरण केंद्रों का दौरा कर अराजक व भ्रष्ट व्यवस्था को भी उजागर किया जा रहा है.