पटना:जासूसी और फोन टैपिंग का भूत एक बार फिर भारत में बोतल के बाहर आ गया है. एक विदेशी अखबार ने आरोप लगाया है कि दुनिया की कई सरकारों ने एक खास पेगासस (Pegasus) नाम के सॉफ्टवेयर के जरिए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, बड़े वकीलों समेत कई बड़ी हस्तियों की जासूसी करवा रही हैं. जिसमें भारत भी शामिल है. हालांकि भारत सरकार ने इस दावे को खारिज किया है. अब राजद ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की योजना बनायी है. राजद सांसद मानसून सत्र में सरकार को इस मुद्दे पर घेरेंगे. इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की गयी है.
फोन टैपिंग का मुद्दा लोकसभा में उठायेगा राजद - Pegasus
एक खास पेगासस नाम के सॉफ्टवेयर (Pegasus Software) से मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, बड़े वकीलों समेत कई बड़ी हस्तियों की जासूसी करवाने के आरोपों को लेकर विपक्ष अब केंद्र सरकार को घेरने में जुट गया है. राजद के सांसद आज इस मुद्दे को संसद में उठायेंगे.
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बता दें कि एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठन (International Media Organization) ने खुलासा किया है कि केवल सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजराइल के खुफिया साफ्टवेयर के जरिए भारत के दो केंद्रीय मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं और एक न्यायाधीश सहित बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के 300 से अधिक मोबाइल नंबर को हैक करने की आशंका है. यह रिपोर्ट रविवार को सामने आई थी. हालांकि सरकार ने अपने स्तर से खास लोगों की निगरानी संबंधी आरोपों को खारिज किया है. सरकार ने कहा कि इससे जुड़ा कोई ठोस आधार या सच्चाई नहीं है.