पटना: लालू यादव और नीतीश कुमार की मुलाकात से बिहार में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. सुबह-सुबह लालू यादव अचानक सीएम आवास पहुंच गए और मुख्यमंत्री से उन्होंने मुलाकात की. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है? वहीं लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री आवास से निकलने के बाद बिजेंद्र यादव को भी मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया है.
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एक हफ्ते के अंदर दूसरी मुलाकात:दोनों के बीच लगभग 20 मिनट तक बातचीत चली है. पिछले एक सप्ताह के अंदर लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के बीच यह दूसरी मुलाकात है. दो दिन दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राबड़ी आवास पर जाकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी.
इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा:सूत्रों के अनुसार नीतीश और लालू के बीच कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है. लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग का पेंच फंसा है. वहीं इंडिया गठबंधन के संयोजक को लेकर भी असमंजस की स्थिति है. कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों की मुलाकात में इन तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई है.
बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही है. संभव है सरकार के कामकाज पर भी चर्चा हुई होगी. आरजेडी सांसद मनोज झा के ठाकुर वाले बयान पर बिहार में सियासत शुरू है. संभव है कि इस पर भी चर्चा हुई होगी, लेकिन जो जानकारी सूत्रों से मिल रही है सीट शेयरिंग को लेकर लगातार महागठबंधन के अंदर रणनीति तैयार हो रही है.
जल्द से जल्द सीट शेयरिंग का मामला सुलझाने की कोशिश: हाल ही में सीताराम येचुरी भी नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर चुके हैं और डी राजा भी लालू प्रसाद यादव से मिले थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते हैं कि जल्द से जल्द सीट शेयरिंग का मामला सुलझ जाए. बिहार में भी कांग्रेस और वामपंथी दलों की ओर से अधिक सीटों की मांग हो रही है. ऐसे में सीटों को लेकर पेंच फंसने की आशंका है क्योंकि नीतीश कुमार को अपनी सीटिंग सीट में से कुछ छोड़ना पड़ सकता है. वहीं कुछ लोकसभा सीटों को बदलने के लिए भी तैयार होना पड़ेगा.
लगातार हो रही दोनों की मुलाकात:वहीं सोमवार को जब कैबिनेट की मीटिंग समाप्त हुई थी तो नीतीश कुमार, बड़े भाई लालू यादव से मिलने उनके आवास पहुंचे थे. आज गुरुवार को लालू प्रसाद यादव एक अन्ने मार्ग छोटे भाई नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे.
क्या नीतीश को मनाने पहुंचे हैं लालू?:सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार कई मुद्दों को लेकर नाराज चल रहे हैं. इनमें सबसे बड़ा मुद्दा विपक्षी गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग और अहम जिम्मेदारी देने को लेकर है. साथ ही बिहार में कई बड़े निर्णय अटके हैं. उनमें से एक बिहार के नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देना है. वहीं महिला आरक्षण बिल भी एक अहम मुद्दा है.
नीतीश के एनडीए में वापसी की चर्चाएं तेज:इससे पहले नीतीश कुमार ने हरियाणा के कैथल में इनेलो के कार्यक्रम से दूरी बना ली थी. नीतीश पटना में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उस के बाद से नीतीश के एनडीए में वापसी की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं.