पटना:राजद प्रदेश कार्यालय में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अदानी मामले को लेकर केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय जनता दलके प्रवक्ताओं ने जमकर निशाना (RJD Spokesperson Target Central Government) साधा. स्पोकपर्सन चितरंजन गगन ने कहा कि अदानी मामले की जांच जेपीसी बनाकर केंद्र सरकार को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बोफोर्स कांड के समय जब स्वीडन रेडियो की खबर पर जेपीसी बनाकर बोफोर्स कांड की जांच की गई तो फिर आज अदानी मामले की जांच करवाने से मोदी सरकार क्यों पीछे हट रही है?.
Gautam Adani: 'JPC से बोफोर्स की जांच हो सकती है, तो फिर अदानी मामले की क्यों नहीं हो सकती?'- RJD - Etv Bharat News
अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिडनबर्ग (American Research Company Hindenburg) की रिपोर्ट आने के बाद उद्योगपति अदानी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उनके शेयर के भाव गिरते जा रहे हैं. वहीं विपक्षी पार्टी उनको बचाने का आरोप केंद्र सरकार पर लगा रही है. इसी मामले को लेकर राजद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार अदानी मामले में आखिर जेपीसी जांच क्यों नहीं कराना चाहती?. पढ़ें पूरी खबर...
"इसका मतलब दाल में कहीं काला है. यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुदअदानी मामले की जांच जेपीसी बनाकर नहीं करवाना चाहते है. एलआईसी और विभिन्न बैंकों के माध्यम से लगभग 80000 करोड़ रुपए का कर्ज अदाणी ग्रुप को दिलवा गया है. बड़े पैमाने पर ऊंची कीमतों में अदानी की कंपनियों ने भी शेयर खरीदे हैं. निश्चित तौर पर मोदी सरकार लगातार अदानी को इस मामले में मदद की है. यह सब कुछ साफ हो गया है. इसके बावजूद केंद्र सरकार इस मामले की जांच कमिटी बनाकर क्यों नहीं करवाना चाहती है?, यह एक सवाल है."- चितरंजन गगन, राजद प्रवक्ता
RJD प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर बोला हमला :राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन (RJD Spokesperson Chittaranjan Gagan) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की खिलाफत करने वालों के यहां ईडी ,आईटी और सीबीआई जैसी संस्था जहां स्वतः संज्ञान लेकर सक्रिय हो जाती है. वहीं इतने बड़े घोटाले के पर्दाफाश होने के बाद भी इन संस्थाओं की चुप्पी काफी आश्चर्यजनक है. शेयर मार्केट का मॉनिटरिंग करने वाली संस्था सेबी की भूमिका तो और हैरान करने वाली है.
अदानी को लेकर विपक्ष की JPC जांच कराने की मांग :गौरतलब है किअदानी सूमह को लेकर अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिडनबर्ग ने जो रिपोर्ट जारी किया है, उसके बाद से शेयर बाजार में खलबली है. विपक्ष के निशाने पर उद्योगपति गौतम अदानी आ गए हैं. इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां संसद में बहस कराने की मांग कर रही हैं. राजद सांसद मनोज झा ने तो यहां तक कह दिया था कि केंद्र सरकार ने LIC को अदानी को सौंप दिया है.