पटना: राष्ट्रीय जनता दल ने केंद्र सरकार द्वारा युवाओं के लिए पेश की गई अग्निपथ स्कीम (Agnipath Recruitment Scheme) की आलोचना की है और कहा कि इस योजना में युवाओं के भविष्य का ख्याल नहीं रखा गया है. यह योजना आधी अधूरी है. राजद प्रवक्ता एजाज अहमद (RJD Spokesperson Ejaz Ahmed) ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत नौजवानों को सेना में भर्ती होने का मौका प्रदान किया गया है, यह कहीं ना कहीं केंद्र सरकार की नई सेना भर्ती नियमावली के द्वारा किया जा रहा है.
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राजद का अग्निपथ स्कीम पर हमला:उन्होंने कहा कि चार साल तक अगर कोई छात्र, नौजवान साढ़े 17 साल से लेकर के 21 वर्ष तक की नौकरी कर लेता है. उसके बाद उसके भविष्य की चिंता केंद्र सरकार के द्वारा नहीं की गई है. न तो उनके लिए पेंशन का कोई प्रावधान है और ना ही आगे एकोमोडेशन कैसे किया जाएगा? उसके संदर्भ में कुछ बताया गया है. इसमें केवल इतनी ही बातें हैं कि उनमें से केवल 25% को ही नियमित किया जाएगा.
"75% जो बच्चे सेना की इस नियमावली के तहत छट जाएंगे, उनका भविष्य क्या होगा? उनके द्वारा अन्य प्रतियोगिता परीक्षा में सम्मिलित होने का क्या उपाय होगा? क्या सरकार की तरफ से उनको कोई प्रोत्साहन दिया जाएगा? क्या सरकार की तरफ से ऐसी कोई योजना चलाई जा रही है जो सेना में काम कर चुके होंगे उनको भर्ती नियमावली में छूट मिलेगी? इस तरह की योजना लाने से पहले केंद्र सरकार को स्पष्ट करना चाहिए था."-एजाज अहमद, राजद प्रवक्ता
'युवकों के भविष्य के लिए नहीं है प्रावधान':एजाज अहमद ने कहा कि 3 साल के बाद सेना में भर्ती की योजना जो केंद्र सरकार के द्वारा की जा रही है वह अग्निपथ योजना के नाम से है और जो 4 साल पूरा कर लेंगे उनको अग्निवीर का मेडल दिया जाएगा. लेकिन केवल मेडल से काम नहीं चलेगा. इन युवकों के भविष्य के लिए भी सरकार को योजना बनानी होगी. उनके परिवार के लिए भी योजना बनानी होगी और उन छात्रों नौजवानों का जो 4 साल सेना के लिए काम कर चुके हैं उनके लिए सरकार क्या योजना लेकर आएगी यह स्पष्ट रूप से सामने लाना चाहिए.
दो साल से रुकी हुई है सेना की भर्ती:पिछले दो साल से सेना में भर्तियां नहीं हुई हैं. इस साल की शुरुआत में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने संसद में एक सवाल के जवाब में लिखित जवाब दिया था कि कोरोना महामारी के चलते सेना की रिक्रूटमेंट रैलियों पर रोक लगी हुई है. इसके अलावा वायुसेना और नौसेना की भर्तियों पर रोक लगी हुई है. हालांकि, ऑफिसर रैंक की परीक्षाओं और कमीशनिंग पर कोई असर नहीं पड़ा है. लेकिन सैनिकों की भर्ती रुकने से देश के युवाओं में रोष है और इसको लेकर वे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चुनावी रैलियों में भी अपना विरोध जता चुके हैं. सोशल मीडिया पर भी कई बार रिक्रूटमेंट रैलियां ना होने के चलते कई बार कैंपन हो चुका है.
कितनी मिलेगी सैलरी:रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल 4.76 लाख का सालाना पैकेज मिलेगा. चौथी साल तक बढ़कर ये 6.92 लाख तक पहुंच जाएगा. इसके अलावा अन्य रिस्क और हार्डशिप भत्ते भी मिलेंगे. चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7 लाख रुपए की सेवा निधि दी जाएगी. इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा.
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