पटना:आरजेडी-जेडीयू की तरफ से पोस्टर बाजी को लेकर बिहार की सियासत इन दिनों तेज हो गई है. बिहार में इसी साल विधानसभा का चुनाव होना है. जिसको लेकर आरजेडी और जेडीयू पोस्टर के माध्यम से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. शुक्रवार को आरजेडी कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर पर जेडीयू ने इस पोस्टर में कुछ शब्दों को लेकर खामियां निकाली हैं. वहीं, पोस्टर के माध्यम से ही आरजेडी पर भी निशाना साधा गया है.
पोस्टर में त्रुटि पर आरजेडी की सफाई- जेडीयू के लोग क्या बात करेंगे शिक्षा की? - आरजेडी के पोस्टर में जेडीयू ने निकाली खामियां
चुनावी साल शुरू होते ही पोस्टर बाजी के माध्यम से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जब आरजेडी के पोस्टर में जेडीयू ने खामियां निकाली तो आरजेडी ने स्पष्टीकरण दिया है.
'जेडीयू के लोग क्या बात करेंगे शिक्षा की?'
शब्दों की त्रुटि को लेकर आरजेडी प्रवक्ता ने बताया कि पहले जेडीयू के लोग शब्दों के भावार्थ को समझें, उसके बाद ही कुछ खामियां निकालें. उनके ही शासनकाल में बिहार में पैसे लेकर टॉपर बनाया जाता है. तो शब्द ज्ञान इनके शासनकाल में कहां से आएगा. इनके ही शासन में बिहार की शिक्षा व्यवस्था बद से बदतर हो गई है. यह लोग क्या ज्ञान के साथ शिक्षा की बात करेंगे. इनके मुंह से शिक्षा का ज्ञान शोभा नहीं देता है.
'झारखंड चुनाव में हार से बौखला गई है जेडीयू'
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने जेडीयू पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में शून्य पर आउट के जरिए अब बौखलाहट की स्थिति में है. आरजेडी के जो पोस्टर में शब्द लिखे गए हैं. उस शब्द के भावार्थ को लेकर जेडीयू भयभीत है. 2020 में जेडीयू हार के लिए भयभीत है. इसलिए वह कुछ खामियां निकाल रही है. मृत्युंजय तिवारी ने शायरी भी सुनाई जो जेडीयू के चुनावी निशान क्यों है. शायरी सुनाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा तीर चला मेरे दिल पर जिसकी मार सही ना जाए.