लालू परिवार और उनके नजदीकियों को कोर्ट का समन, सियासत शुरू पटना: भारतीय रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला पर घिरे लालू यादव और उनकी फैमिली को कोर्ट से राहत मिलती नहीं दिख रही है. इस मामले में अब भले सुनवाई 4 अक्टूबर को दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में होगी लेकिन उससे पहले लैंड फॉर जॉब स्कैम में लालू, राबड़ी, तेजस्वी समेत 17 लोगों को कोर्ट से समन भी भेजा गया है. वैसे भी इसको लेकर देश में सियासत जारी है. आरजेडी इसे बीजेपी का 'परेशान करो कार्यक्रम' बता रही है.
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''सब दिन एक समान नहीं होता है. जो काम आज वह सत्ता में बैठकर कर रहे हैं वह कहीं से भी उचित नहीं है. यह कार्य दुर्भाग्यपूर्ण है और यह बात भारतीय जनता पार्टी को एक लोगों को सोचना चाहिए कि जब तक उनका समय है तब तक वह जो चाहे कर लें. किसी का नाम कहीं भी घसीटकर दोबारा चार्जशीट दायर करके किसी को फंसा दें, लेकिन उन्हें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की कभी विपक्ष का भी समय आएगा और उस समय में उन्हें पता चल जाएगा की दुर्भावना से ग्रस्त होकर जो लोग कार्रवाई करते हैं, उसका परिणाम क्या होता है.''-शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता आरजेडी
आरजेडी की बीजेपी को चेतावनी : शक्ति यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि सब दिन एक समान नहीं होता. आज उनका समय है वो जो चाहें कर लें लेकिन उनको याद रखना चाहिए कि एक दिन विपक्ष का भी आएगा तब पता चल जाएगा कि दुर्भावना से ग्रसित होकर जो कार्रवाई की जाती है उसका नतीजा क्या होगा. वहीं तेजस्वी खुद इस मामले में कहते आ रहे हैं कि चुनाव नजदीक आते-आते और बढ़ता ही जाएगा, ये कोई पहला मामला नहीं है. वहीं अब इस मामले में महागठबंधन की सहयोगी पार्टी जेडीयू भी बचाव में कूद गई है.
आरजेडी के साथ आई जेडीयू :जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने इसे संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करार दिया है. उन्होंने कहा है कि ''भाजपा के खिलाफ ईमानदारी से कोई एक शब्द भी बोल दे तो उसके घर पर ईडी, सीबीआई और आईटी पहुंच जाएगी''. यह कहने पर की यह सम्मन कोर्ट के तरफ से जारी हुआ है तो उमेश कुशवाहा ने कहा कि ''प्रभाव तो रहता ही है भाजपा वाले यह काम करते ही रहते हैं.''
नीतीश के मंत्री ने अपनाया बीच का रास्ता: जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि ''इस मामले में मुझे जानकारी नहीं है यह सब जुडिशल मैटर है, इसलिए इस पर कुछ बोलना ठीक नहीं है.'' वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भी कहा कि ''यह तो कोर्ट ने समन दिया है. इस मामले में न्यायाधीश और पक्ष विपक्ष के वकील की भूमिका होगी. हम लोगों की टीका टिप्पणी करने का कोई मतलब तो है नहीं.''
'ललन सिंह ने कभी दिए थे सबूत': लैंड फॉर जॉब स्कैम में ललन सिंह ने सबूत जुटाए थे. बीजेपी ये बयान अक्सर देती आई है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी का कहना है कि इस मामले में ललन सिंह ने जो सबूत दिए हैं वो अकाट्य है. ऐसे में जिन लोगों के नाम हैं उनको सजा दिलाने से कोई नहीं बचा सकता.