पटना: बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक होनी है. 27 मई को जातीय जनगणना पर सर्वदलीय बैठक (All party Meeting on Caste Census) हो सकती है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) ने इसको लेकर बयान दिया है. इसपर राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (RJD spokesperson Mrityunjay Tiwari) ने कहा कि मुख्यमंत्री (CM Nitish Kumar) को हम आभार प्रकट करते हैं कि उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. शुरू से ही हमारे नेता तेजस्वी यादव(RJD Leader Tejashwi yadav) लगातार जातीय जनगणना की मांग करते रहे हैं. बिहार में जातीय जनगणना होने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह सिर्फ और सिर्फ हमारे नेता तेजस्वी यादव को जाता है.
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'बिहार में हर हाल में होगा कास्ट सेंसस':जातीय जनगणना पर राजद प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना की लड़ाई शुरू से लड़ी है. साथ ही उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना का जो भी बिहार में विरोध करेंगे उन पार्टी को माइनस करके भी बिहार में हर हाल में जातीय जनगणना करवाना है. इससे वैसे जाति के लोगों को फायदा होगा जो अभी भी विकास से कोसों दूर हैं.
'सहनी की तरह मांझी का भी हाल':वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के दिए गए बयान पर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और साफ-साफ कहा कि मांझी जी का जो दर्द है वह छलक रहा है और यही कारण है कि वह एनडीए में रहकर भी कई तरह के बयान दे रहे हैं. एनडीए में उनके पार्टी का कोई तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. राज्यसभा की सीट भी उन्होंने मांगी कुछ नहीं मिला. इससे पहले विधान परिषद के सीट की मांग की थी वह भी उन्हें नहीं मिला.
"बिहार में एनडीए के चार चक्का में से एक चक्का मुकेश सहनी पहले ही अलग हो चुके हैं. दूसरा चक्का जो जीतन राम मांझी हैं वह पूरी तरह से पंचर हो गया है. तीसरा चक्का नालंदा की तरफ जा रहा है और चौथा चक्का बनारस की तरफ जा रहा है. कुल मिलाकर देखें तो एनडीए में पूरी तरह से अंतर्विरोध है और बहुत जल्द बिहार एनडीए बिखर जाएगा."-मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता