पटना:मंगलवार को विपक्ष ने बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में गंगा जल उद्वह योजना(Ganga Jal Udvah Yojana) को लेकर सवाल उठाया. आरजेडी विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह (RJD MLC Sunil Kumar Singh) ने कहा कि जिस तरह सरकार पटना से गंगाजल को राजगीर, गया और नवादा ले जा रही है, वह निश्चित तौर पर फिजूलखर्ची है. हालांकि सत्ता पक्ष की ओर सेजेडीयू विधान पार्षद नीरज कुमार (JDU MLC Neeraj Kumar) ने इसे सरकार का भागीरथ प्रयास बताया.
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राजगीर तक गंगाजल ले जाने पर सवाल: आरजेडी विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने कहा कि राजगीर तक गंगाजल ले जाने के नाम पर सरकार बेकार में बड़ी राशि को खर्च कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि किसी न किसी तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) राजगीर तक गंगाजल ले जाना चाहते थे. इसलिए बाद में गया और नवादा का भी नाम भी उन्होंने इस योजना में जोड़ दिया.
सरकार की गलत बयानी: आरजेडी एमएलसी ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार दावा करती है कि 45000 गांवों में नल जल योजना के तहत पानी पहुंचा दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ सरकार यह भी कहती है कि गंगाजल ले जाने से उस क्षेत्र के लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था हो जाएगी. इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार ऐसे मामले में गलत बयानी कर रही है.
खर्च की जानकारी दे सरकार: साथ ही उन्होंने कहा कि राजगीर तक जो गंगाजल ले जाने की योजना है, उसमें भी मात्र 3 से 4 महीने तक ही गंगाजल वहां तक पहुंचेगा. उस गंगाजल को पहुंचाने में कितनी बिजली खर्च होगी और कितना डीजल खर्च होगा, सरकार को यह बात भी बतानी चाहिए. सुनील सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार अपने आपको भागीरथ सिद्ध करने में लगे हैं, जबकि सच्चाई यही है कि जिस महीने में वहा गंगा जल जाएगा, तब पटना, राजगीर, गया और नवादा में भी खूब बारिश होती है. ऐसे में क्या फायदा होगा, यह हमें पता नहीं चलता है.