पटना: राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी और तेजस्वी यादव के खासमखास एमएलसी सुनील कुमार सिंहने एक बार फिर से बिहार सरकार पर हमला बोला है. इस बार उन्होंने पटना के कमिश्नर के माध्यम से नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. दरअसल, 15 अगस्त के समारोह को लेकर सुनील सिंह को निमंत्रण दिया गया, जिसमें सुनील सिंह के पद को गलत लिखा गया है. यह देखकर सुनील सिंह ने नीतीश कुमार सहित पटना के कमिश्नर कुमार रवि को सोशल मीडिया पर आड़े हाथों लेते हुए जमकर भड़ास निकाली.
ये भी पढ़ें-KK Pathak के इस रूप को भी देख लीजिए, 'प्रिंसिपल काम कर रहा है.. और तुम मोटा..' VIDEO वायरल
MLC सुनील सिंह का मूड ऑफ! : हुआ ये कि, सुनील कुमार सिंह विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उपमुख्य सचेतक हैं. लेकिन निमंत्रण में उन्हें विरोधी दल का उपमुख्य सचेतक बताया गया है, जिसे देखकर सुनील सिंह भड़क गए. हालांकि जब सुनील सिंह से इस बाबत ईटीवी ने बात करनी चाही तो उन्होंने कोई भी बयान देने से मना कर दिया. सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने पुरानी बातों को याद करते हुए इन सबके लिए नीतीश कुमार को ही जिम्मेदार बताया है.
लालू के करीबी एमएलसी सुनील सिंह का मूड ऑफ प्रमंडल आयुक्त पर बिगड़े सुनील सिंह: एमएलसी सुनील सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि ''पटना प्रमंडल के आयुक्त IAS कुमार रवि जो राज्य के माननीय मुख्यमंत्री वाले नालन्दा जिले के ही मूल निवासी हैं. उनको मैं तहेदिल से धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस समारोह के आमंत्रण कार्ड पर मुझे सरकार द्वारा निर्गत अधिसूचना के ठीक विपरीत उप मुख्य सचेतक, विरोधी दल का दर्जा दे दिया है. माननीय को तो न माननीय लिखना है और न तो समझना है!''
'खुश करने के लिए खुराफात' : उन्होंने आगे लिखा कि ''यह तो ऊपर से साहब जी का ही आदेश है, मुझे ऐसी अनुभूति होती है, तो इसमें तो कोई खास ग्लानि वाली बात नहीं है! चूंकि महाविद्वान रवि साहब भली भांति जानते हैं कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री जी की भृकुटी कतिपय कारणों से मेरे ऊपर हमेशा तनी रहती है, अतः उन्होंने अपने आका को खुश करने के ख़्याल से मुझे उप मुख्य सचेतक, विरोधी दल का दर्जा दे दिया है!"
इस पर नहीं आई सफाई : दरअसल, निमंत्रण पत्र में सही पद नहीं लिखने के साथ-साथ नाम के पहले माननीय ना लिखना भी राजद एमएलसी सुनील सिंह को नागवार लगा है. उन्होंने अपनी पोस्ट में स्पष्ट लिखा है कि सीएम नीतीश कुमार की आंखें हमेशा उनके ऊपर तनी रहती है. पटना के प्रमंडल या आयुक्त ने उन्हें ही खुश करने के लिए ऐसा लिखकर उन्हें भेजा है. अब देखना है कि इस पर पटना प्रमंडलीय आयुक्त के कार्यालय से क्या सफाई दी जाती है.