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अलग रंग में दिखे तेज प्रताप, छठ पूजा मनाने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे

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Published : Oct 30, 2022, 11:56 AM IST

खरना के अवसर पर वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री तेजप्रताप यादव ने अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचकर अपनों के बीच छठ (Tej Pratap Yadav celebrated Kharna in Phulwaria) पर्व मनाया. इस दौरान वह एक अलग रंग में दिखे. बिना किसी तामझाम के पारिवारिक माहौल में आम युवक की तरह पूजा में शामिल हुए.

खरना पर पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे तेजप्रताप यादव
खरना पर पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे तेजप्रताप यादव

पटना:लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के दौरान अपने पैतृक गांव गोपालगंज के फुलवरिया में पहुंचे (Tejpratap Yadav reached Phulwaria on Kharna) बिहार सरकार के वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री तेजप्रताप यादव घर परिवार के एक आम युवा की तरह पूजा में शामिल हुए. यहां उनका एक अलग ही रंग में दिखा. छठ पूजा के दौरान तेज प्रताप पूरी श्रद्धा भाव से पूजा करते और आशीर्वाद लेते दिखे. अपनों के बीच पहुंचकर उन्होंने छठ पूजा का आनंद लिया.

ये भी पढ़ेंःछठ पूजा 2022 : यह है अर्घ्य देने का सबसे सटीक समय, जानें सूर्यास्त व सूर्योदय के बारे में

एक आम युवा की तरह परिवार के साथ पूजा में शामिल हुएःफुलवरिया में छठ पूजा में शामिल होते हुए तेज प्रताप ने न केवल पारंपरिक तरीके से किए जा रहे विधि विधान में शामिल हुए, बल्कि उन्होंने गांव वालों के बीच अपनी बांसुरी की सुरीली तान भी छेड़ी. गांव वालों के बीच बैठकर तेजप्रताप ने काफी सारी बातें की. साथ ही उन्होंने लोगों से उनके विचार भी जाने.

लोगों के साथ सेल्फी लेते और फोटो खींचते दिखे तेजप्रतापः तेज प्रताप यादव इस दौरान अपने पैतृक गांव में अपने लोगों के साथ बिताए पलों को अपने मोबाइल में कैद करते भी दिखे. खरना पूजा के दौरान घर पर मौजूद परिवार के सदस्यों के साथ सेल्फी भी ली. साथ ही लोगों का सुख-दुख भी साझा किया. प्रसाद बनते वक्त भी उन्होंने परिवार के लोगों की मदद की.

छोटू छलिया ने सुनाया गीत: तेज प्रताप के साथ उनके पैतृक गांव में भोजपुरी गायक छोटू छलिया भी दिखे. उन्होंने इस मौके पर एक पारंपरिक गीत भी गाया. इसका आनंद तेज प्रताप और उनके परिवार वालों ने गांव के लोगों के साथ उठाया. बता दें कि छठ पूजा को लेकर खरना के दिन ही तेज प्रताप अपने पैतृक गांव पहुंचे और वहां उन्होंने जलाशय का निरीक्षण भी किया. इस दौरान उनके साथ कई वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे.

आज दिया जाएगा पहला अर्घ्यः खरना के बाद आज पहला अर्घ्य दिया जाएगा. चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में पहला अर्घ्य अस्ताचल सूर्य को 30 अक्टूबर 2022 को दिया जाएगा, जबकि दूसरा अर्घ्य उगते हुए सूर्य को 31 अक्टूबर को दिया जाएगा. इस दोनों समय में सूर्यास्त व सूर्योदय के हिसाब से अर्घ देने की परंपरा है और जहां पर सूर्य देव जिस समय अस्ताचल में जाएंगे. वहां उसी समय अर्घ्य दिया जाएगा और अगले दिन जिस समय वह उदीयमान होंगे उसी समय अर्घ्य देकर चार दिवसीय पर्व का समापन किया जाएगा. फिर भी इसके शुभ व सटीक समय की जानकारी जरूरी है.

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