पटना: कृषि कानून के खिलाफ देश भर में आंदोलन चल रहा है. कई दिनों से किसान कृषि कानून रद्द करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. वहीं, अब बिहार में विपक्ष ने कृषि कानून के खिलाफ 30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाने की घोषणा की है. कृषि कानून के खिलाफ विपक्षी दलों की आज बैठक हुई है. यह बैठक 10 सर्कुलर रोड में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर की गयी.
तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में बैठक
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में इस बैठक में महागठबंधन के सभी सहयोगी दल शामिल हुए. नेताओं ने निर्णय लिया है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ महागठबंधन एकजुट होकर 30 जनवरी को ह्यूमन चेन बनाएगा. यह पंचायत लेवल पर होगी. इस मानव श्रृंखला में महागठबंधन के नेता से लेकर नेता किसान शामिल होंगे.
"हम पहले भी किसानों के साथ खड़े हैं और आज भी उनके साथ हैं. कृषि कानूनके खिलाफ किसानों का जो आंदोलन चल रहा है, उसे कैसे मजबूत किया जाए, इस पर हम लोगों ने रणनीति बनायी है. केंद्र सरकार ने जो तीन कृषि कानून लाया है, वह बिल्कुल प्राइवेटाइजेशन की तरफ जा रहा है. बिहार एक ऐसा प्रदेश है, जहां 2006 में एपीएमसी कानून को समाप्त कर दिया गया. साथ ही बाजार समिति को बंद कर दिया गया. बाजार समिति से बिहार के किसानों को बहुत ही फायदा होता था. लेकिन किसानों का फायदा ना हो, इसलिए बिहार की एनडीए की सरकार ने एपीएमसी कानून को ही बदल दिया"-तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष