पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) के बावजूद जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से तीन दिन में 33 लोगों की मौत हुई है. इसके चलते जहां सरकार के दावों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं, विपक्ष ने भी नीतीश सरकार से सवाल पूछा है. इधर भाजपा ने विपक्ष के आरोप पर पलटवार किया है.
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नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जहरीली शराब से मरने वालों के परिवार का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया. इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट किया, 'इन चीखों से गड़बड़ DNA वाली NDA सरकार और तीन नंबरिया पार्टी के मुखिया पर कुछ फर्क नहीं पड़ता. जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गए. हां! किसी की सनक से बिहार में कागजों पर शराबबंदी है. अन्यथा खुली छूट है. क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है.'
इस संबंध में बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा है कि घटना दुखद है. हमारी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है. संबंधित विभाग रोकथाम के लिए कड़ी कार्रवाई कर रहा है. जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है, लेकिन लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा.
"नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमारी सरकार ने पूर्ण शराबबंदी का साहसिक फैसला लिया है. इसकी चर्चा देश-विदेश में हो रही है. कुछ लोग गड़बड़ी कर रहे हैं. कच्ची शराब बनाकर लोगों की जिंदगी से खेला जा रहा है. इसलिए समाज को भी मदद के लिए आगे आना होगा."- विनोद शर्मा, प्रवक्ता, बीजेपी
"बिहार में शराबबंदी लागू करने में आम लोग और विपक्ष का भी सहयोग अपेक्षित है. अगर विपक्ष को लगता है कि कहीं शराबबंदी कानून का उल्लंघन हो रहा है तो उन्हें इस बात की जानकारी सरकार को देनी चाहिए. विपक्ष के कुछ लोगों के संरक्षण में भी कुछ शराब माफिया काम कर रहे हैं."- निखिल आनंद, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा
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