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'अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएं नीतीश कुमार.. इससे हमको क्या'

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Published : Apr 9, 2022, 6:17 AM IST

विधान परिषद चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कई प्रत्याशी शुक्रवार को पटना पहुंचे और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात की. मुलाकात करने के बाद तेजस्वी ने कहा कि पुराना दौर बदल रहा है और जिनसे कभी फासले हुआ करते थे, वह आज मिट रहे हैं.

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पटना: बिहार विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे की 24 सीटों पर हुए चुनाव (Bihar Legislative Council Elections) परिणाम से उत्साहित राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव (RJD leader Tejashwi Yadav) काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों के लोगों को सम्मान और प्रतिनिधित्व देकर हम आगे बढ़ रहे हैं, फासले मिट रहे हैं. वहीं नीतीश कुमार के राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएं, इससे हमको क्या.

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तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति बनने की चिंता है लेकिन मुझे बिहार के जनता की चिंता है कि कैसे उनका भला होगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी और जेडीयू जाति और धर्म की बात करती है, लेकिन हम मुद्दे की बात करते हैं. इसीलिए जनता का समर्थन लगातार हमें और ज्यादा मिल रहा है. तेजस्वी ने कहा कि पुराना दौर बदल रहा है और जिनसे कभी फासले हुआ करते थे, वह आज मिट रहे हैं. उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि यह एक-दो दिन में तो नहीं होता है.

तेजस्वी का इशारा इस चुनाव में सवर्ण प्रत्याशी बनाने और उनकी जीत की ओर था. तेजस्वी ने कहा कि चुनाव में हमारी संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछली बार जब महागठबंधन के तहत जदयू और आरजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था, तो हमने चार सीटों पर जीत हासिल की थी, इस बार लेफ्ट के साथ मिलकर लड़े तो हमने 6 सीटों पर जीत दर्ज की. उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर और प्रतिनिधित्व देकर हम लोग आगे बढ़ रहे हैं. अब पुराना दौर बदल रहा है और जिनसे कभी हमारा फासला हुआ करता था, वह आज कम हो रहा है.

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आरजेडी का वोट बैंक एम-वाई (मुस्लिम, यादव) समीकरण को माना जाता रहा है. इस चुनाव में आरजेडी ने इस मान्यता को तोड़ने का प्रयास किया है. आरजेडी के जो छह प्रत्याशी विजयी हुए हैं, उनमें तीन भूमिहार जाति से आते हैं. भूमिहारों को कभी भी आरजेडी का समर्थक नहीं माना जाता रहा है, लेकिन इस चुनाव में तेजस्वी ने यह बदलाव किया. बता दें तेजस्वी कई बार सार्वजनिक मंचों से भी कहते रहे हैं कि आरजेडी ए टू जेड की पार्टी है.

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