पटनाः बीजेपी विधायक के कोटा से अपनी बेटी को घर लेकर पहुंचने और पूर्णिया के सांसद का लॉकडाउन में अपने क्षेत्र में पहुंचने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है. विपक्ष ने सवाल करते हुए कहा कि जब एनडीए नेता लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं तो फिर कोटा से बच्चों को वापस लाने में क्या परेशानी है?
बिहार में आम लोग और वीआईपी के लिए दो तरह के हैं कानून- RJD - Patna news
बिहार सरकार लॉकडाउन के नियमों का हवाला देते हुए कोटा से बिहार के बच्चों को वापस लाने से मना कर रही है. आरजेडी नेता ने कहा कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए.
![बिहार में आम लोग और वीआईपी के लिए दो तरह के हैं कानून- RJD Patna](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6881286-thumbnail-3x2-patna.jpg)
लॉकडाउन का खुलेआम उल्लंघन
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में आम लोगों और वीआईपी के लिए दो तरह के कानून चलते हैं. एक तरफ बीजेपी और जेडीयू के नेता देश में लागू लॉकडाउन का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ बिहार सरकार लॉकडाउन के नियमों का हवाला देते हुए कोटा से बिहार के बच्चों को वापस लाने से मना कर रही है. आरजेडी नेता ने कहा कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए.
निजी गाड़ी से पूर्णिया पहुंचे सांसद
आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जब सत्ता पक्ष के नेता ही सरकार की बात नहीं सुन रहे हैं और नियमों का खुलेआम उल्लघंन कर रहे हैं तो जनता कैसे नियम का पालन करेगी? बता दें कि पूर्णिया के सांसद लॉकडाउन के दौरान अपनी निजी गाड़ी से सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने क्षेत्र में पहुंच गए थे.