पटना:आरजेडी ने बीजेपी पर बड़ा हमला किया है. पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गगन (RJD Spokesperson Chittaranjan Gagan) ने रविवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि गौतम अडानी के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए बीजेपी द्वारा ओबीसी के नाम पर अपने दोहरे चरित्र का परिचय दिया जा रहा है. गगन ने कहा कि आज सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर अडानी और बीजेपी के बीच का रिश्ता क्या है, जो केन्द्र सरकार से लेकर पुरी बीजेपी अडानी के बचाव में खड़ी है.
Bihar Politics: 'मुद्दे से भटकाने के लिए राहुल गांधी पर हुआ एक्शन.. सामने आया BJP का दोहरा चरित्र', RJD का हमला - Bihar Politics
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद की सदस्यता खत्म हो जाने के बाद से देशभर में सियासत शुरू हो गई है. आरजेडी ने इस मामले को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि अडानी के मुद्दे से ध्यान हटाने को लेकर बीजेपी की ओर से दोहरे चरित्र का परिचय दिया जा रहा है.
आरजेडी का बीजेपी पर हमला: आरजेडी प्रवक्ता ने बीजेपी से जानना चाहा है कि जिस मोदी सरनेम को लेकर ओबीसी का अपमान बताया जा रहा है. उसी सरनेम को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने वाली खुशबू सुन्दर बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य कैसे बन गई और उनको राष्ट्रीय महिला आयोग का सदस्य बनाकर और राज्य मंत्री का दर्जा देकर सम्मानित क्यों किया गया? राहुल गांधी ने तो कुछ नामों को लेकर केवल सवाल किया था कि इन सबके सरनेम 'मोदी' कैसे हैं? पर खुशबू सुन्दर ने तो अपने ट्वीट में मोदी सरनेम वाले समस्त समुदाय को ही अपमानित किया था.
डीएनए पर सवाल उठाना कौन सा सम्मान: आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि एक और दिलचस्प बात है कि सूरत सिटी कोर्ट द्वारा फैसला सुनाने के बाद ही राहुल गांधी की टिप्पणी पर बीजेपी को ओबीसी की याद क्यों आई? राहुल गांधी ने जब कर्नाटक के चुनावी सभा में एसी टिप्पणी की थी उस समय बीजेपी वालों को ओबीसी की याद क्यों नहीं आई थी? गगन ने कहा कि वो बीजेपी नेताओं से जानना चाहते हैं कि ओबीसी समुदाय से आने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाना कौन सा सम्मान था. ओबीसी के लिए गठित रोहिणी आयोग का कार्यकाल 17 बार बढ़ाने वाले और जातिय जनगणना का विरोध करने वालों द्वारा ओबीसी के सम्मान की बात करने की मंशा से लोग भलीभांति परिचित हैं.
लोकसभा चुनाव को लेकर डरी हुई है बीजेपी: प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि अडानी प्रकरण पर चौतरफा घिरी हुई केन्द्र की बीजेपी सरकार अगले लोकसभा चुनाव को लेकर काफी डर चुकी है और इसीलिए विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी केन्द्रीय एजेंसियों का न केवल बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है, बल्कि अनैतिक तरीके से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को समाप्त कर लोकतांत्रिक व्यवस्था को खुलेआम चुनौती दी जा रही है.