पटना: देश में करोना के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम के लिए केंद्र सरकार की ओर से बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. देशभर में चौथी बार लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है. इसकी अवधि 18 मई से 31 मई तक रहेगी. इस पर बिहार में भी पक्ष-विपक्ष की तरफ से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने लॉकडाउन के चौथे चरण को बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार के कदम को सराहनीय बताया. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की अपील की थी. सभी राज्य सरकारें केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करेंगी.
वहीं, केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने को लेकर राजद के मुख्य प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेंद्र ने भी सरकार की तरफ से उठाए गए कदम की सराहना की, लेकिन ये भी कहा कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाना करोना का निदान नहीं है.
भाई वीरेंद्र का सरकार पर निशाना
राजद प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार को गरीबों और असहाय लोगों को सभी जरूरी सुविधायें देनी चाहिये. अन्य राज्यों से बिहार लौट रहे प्रवासी मजदूर पैदल ही पहुंच रहे हैं, लेकिन बिहार सरकार नींद से नहीं जाग रही है. बिहार लौट रहे पैदल प्रवासी मजदूरों की लगातार मौत हो रही है और राज्य सरकार उनके लिए साधन मुहैया नहीं करा पा रही है. भाई वीरेंद्र ने निशाना साधते हुए कहा कि इस महामारी के समय में भी राज्य सरकार राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है. कोरोना महामारी के समय राज्य सरकार अपने सपोर्टर्स को ही ढूंढ कर सुविधा मुहैया करवा रही है. गरीब जनता को न ही राशन मुहैया हो पा रहा है और न ही उनके खाते में पैसे पहुंच पा रहे हैं. कोरोना महामारी के दौरान बिहार सरकार पूरी तरह से फेल है.