नई दिल्ली/पटना: सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के दिल्ली दौरे को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है. विपक्ष (Opposition) ने एक बार फिर विशेष राज्य के दर्ज की मांग को लेकर नीतीश सरकार को निशाने पर लिया है. आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. सुबोध मेहता (RJD Leader Prof Subodh Mehta) ने कहा कि पीएम मोदी से मुलाकात में सीएम नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जा की मांग करें साथ ही बिहार के हित में चर्चा करें.
पीएम से करें स्पेशल स्टेटस की मांग
सुबोध मेहता ने कहा कि राजद (RJD) के शासनकाल में कई बार मांग की गई थी कि बिहार को विशेष राज्य (Special Status) का दर्जा मिले. क्योंकि बिहार विशेष राज्य के दर्जे के मापदंड पर खरा उतरता है. अब केन्द्र और बिहार दोनों जगह एनडीए की सरकार (NDA Government) है. नीतीश कुमार को पीएम मोदी से मांग करनी चाहिए कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'अगर अब नहीं मिला तो कब मिलेगा'?
'बिहार कृषि प्रधान राज्य है. कृषि के क्षेत्र में रोजगार मिले यह बहुत जरुरी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री मोदी से मांग करनी चाहिए कि कृषि आधारित उद्योग के लिए बिहार को विशेष पैकेज मिले. पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की भी वह मांग करें'.-प्रो सुबोध मेहता, राजद प्रवक्ता बाढ़ की समस्या को लेकर भी करें पीएम से बात
वहीं, उन्होंने कहा कि नेपाल (Nepal) से पानी छोड़े जाने के कारण हर साल बिहार में बाढ़ (Flood In Bihar)आता है. दशकों से बिहार इस समस्या से जूझ रहा है. सुबोध मेहता ने कहा कि नीतीश कुमार पीएम मोदी से मांग करें कि केंद्र सरकार (Central Government) नेपाल सरकार (Nepal Government) के साथ कोई समझौता करें. जिससे बाढ़ की समस्या खत्म हो.
मंत्रिमंडल विस्तार पर भी हो सकती है चर्चा
बता दें नीतीश कुमार आज दिल्ली पहुंचने वाले हैं. पीएम मोदी से उनकी मुलाकात हो सकती है. केंद्रीय मंत्रिमंडल (Central Cabinet Expansion) का विस्तार होना है. जिसको लेकर मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी की सुगबुहाट तेज हो गई है. जदयू (JDU) भी इस विस्तार में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होगी.
सूत्रों के अनुसार आरसीपी सिंह (RCP Singh), ललन सिंह (Lallan Singh) में से किसी एक को कैबिनेट मंत्री (Union Minister) बनाया जा सकता है. दुलाल चंद गोस्वामी (Dulal Chand Goswami), चंद्रेशवर चंद्रवंशी में से किसी एक को मोदी मंत्रिमंडल (Modi Cabinet) में केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर पर जगह सकती है. जदयू अगर दो कैबिनेट मंत्री पद की मांग करती है. इसके लिए भाजपा (BJP) तैयार हो जाती है तो आरसीपी सिंह व ललन सिंह दोनों को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.