पटना:बिहार विधानसभा उपचुनाव (Bihar Assembly By Election) में राजद और कांग्रेस के बीच तलवारें खींच चुकी है. राष्ट्रीय जनता दल की ओर से तारापुर (Tarapur) और कुशेश्वरस्थान (Kusheshwarsthan) पर बगैर कांग्रेस की सहमति के उम्मीदवार खड़े कर दिए गए हैं. अब कांग्रेस भी राजद से दो-दो हाथ के लिए तैयार है.
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अगर राजद कुशेश्वरस्थान से अपने उम्मीदवार वापस नहीं लेती है तो ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी ने भी दोनों सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का मन बना लिया है. कुशेश्वरस्थान से जहां अशोक राम या उनके पुत्र में से कोई एक उम्मीदवार होंगे, तो तारापुर से राजेश मिश्रा या रंजीता रंजन में से किसी एक को मैदान में उतारा जा सकता है.
उप चुनाव से ठीक पहले जाप नेता पप्पू यादव जमानत पर रिहा होने के बाद राजनीति में सक्रिय दिख रहे हैं. अंदर खाने पप्पू यादव और कांग्रेसी नेताओं के बीच बातचीत चल रही है. कांग्रेस पार्टी पप्पू यादव को भी तारापुर से मैदान में उतारना चाहती है. लेकिन पार्टी नेता चाहते हैं कि पप्पू यादव अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर लें. विलय के लिए फिलहाल पप्पू यादव तैयार नहीं दिखते. पप्पू यादव ने इतना संकेत जरूर दिया है कि अगर दोनों सीटों पर कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार खड़े करेगी तो ऐसी स्थिति में उनका समर्थन कांग्रेस को मिल सकता है.
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने जोर देकर कहा है कि राजद को कुशेश्वरस्थान सीट से उम्मीदवार वापस लेना चाहिए अगर वह ऐसा नहीं करती है तो कांग्रेस भी दोनों सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेंगी. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व को करना है.
"2020 में चुनाव हुआ था, उस समय कुशेश्वरस्थान से कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था. राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. दोनों सीटों पर इस तरह से घोषणा करने का कोई मतलब नहीं है. हमलोगों ने आलाकमान को खबर कर दिया है. अगर राजद, कुशेश्वरस्थान से अपना उम्मीदवार नहीं हटाती है तो कांग्रेस भी दोनों सीटों से चुनाव लड़ेगी."- अजीत शर्मा, विधायक दल के नेता,कांग्रेस