पटना:बक्सर और राजधानी पटना के गंगा में शवोंके मिलने का सिलसिला जारी है. इसको लेकर राजद ने बिहार, यूपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही इस मामले की जांच करवाने की मांग की है. वहीं, शवों के दाह संस्कार को लेकर यूपी सरकार के रूख पर भी राजद ने सवाल उठाया है.
ये भी पढ़ें-बक्सर में लाशों का अंबार मिलने के मामले में बड़ा खुलासा, यूपी से बहकर आए थे सभी शव- DGP
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तीनों सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रिपल इंजन की सरकार में यह क्या हो रहा है. गंगा में शव बरामद हो रहे हैं. पहले बक्सर, यूपी के गाजियाबाद और बलिया में अब पटना के गंगा घाटों पर शव मिले हैं. आखिर गंगा में डेड बॉडी मिलने के मामले में सरकार क्या कार्रवाई कर रही है ? अगर इस तरह से गंगा नदी में डेड बॉडी फेंक दी जाती है तो इससे महामारी और भयंकर रूप ले सकती है.
'सरकार को करनी चाहिए बात'
इसके अलावा मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बॉर्डर के पास बिहार के लोगों को शव का दाह संस्कार करने से रोका जा रहा है. उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में जब बिहार के लोग शवों का दाह संस्कार करना चाह रहे हैं तो योगी सरकार ने इस पर रोक लगा दिया है. जब बिहार, यूपी और केंद्र में बीजेपी की ही सरकार है तो ऐसी नौबत क्यों आ गई ? इस बारे में बिहार सरकार को उत्तर प्रदेश सरकार से बात कर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता बॉर्डर पर लगाया चेकपोस्ट
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बिहारमें पाए जाने वाले शवों का अंतिम संस्कार यूपी में करने पर रोक लगाते हुए बॉर्डर पर चेकपोस्ट लगा दिया है. इस कारण लोग शवों का अंतिम संस्कार करने उत्तर प्रदेश नहीं जा पा रहे हैं.
ये भी पढ़ें-पटना: गंगा में शव मिलने से मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस
यूपी सरकार ने शवों के दाह संस्कार पर लगा दी रोक
बता दें कि बिहार के कैमूर जिले का पश्चिमी हिस्सा यूपी से सटा हुआ है. उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित गाजीपुर जिले के जमानियां से गंगा नदी गुजरती है. इस वजह से हिंदु धर्म के लोग शवों का अंतिम संस्कार गंगा के तट पर करते हैं. लेकिन सोमवार की शाम से यूपी सरकार ने बिहार से उत्तर प्रदेश में शवों के दाह संस्कार पर रोक लगा दी है.