पटना: नवादा जिले सहित बिहार के विभिन्न जिलों में जहरीली शराबसे हो रही मौतों को लेकर ईटीवी भारत की रिर्पोटिंग और पुख्ता सबूत को अब विपक्ष स्वीकार कर नीतीश सरकार पर हमला बोला है. बता दें कि ईटीवी भारत के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि बिहार में जिन मौतों को लेकर अभी तक अंदेशा जताया जा रहा था कि ये मौते जहरीली शराब से हुईं है, वे सच में जहरीली शराब पीने से ही हुई है. ऐसे में ईटीवी भारत की रिपोर्ट को आधार मानकर अब विपक्ष और उसके सहयोगी दलों ने बिहार की सुशासन सरकार को घेरा है और सरकार से इस मामले को लेकर जवाबदेही तय करने की मांग की है.
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राजद ने कहा - मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी चुप्पी तोड़ें
जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत को लेकर ईटीवी भारत के पुख्ता सबूत को लेकर राजद नेता और प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारीने सरकार को घेरते हुए कहा कि ईटीवी भारत के पास जो सबूत है. इस बात का प्रमाण है. अब तो वहां के जिला प्रशासन ने भी स्वीकार कर लिया है कि मौतें जहरीली शराब पीने के कारण ही हुईं हैं.
उन्होंने कहा कि अब तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी चुप्पी तोड़ें और जवाबदेही तय करें कि इसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए कहा कि वे लोगों की मौत का आप इंतजार कर रहे हैं.
ईटीवी भारत की रिपोर्ट पर राजद और हम ने सरकार को घेरा, तिवारी ने आगे कहा कि आपके राज्य में गरीब मर रहे हैं, कहीं नरसंहार हो रहा है, तो कहीं शराब से लोगों की मौत हो रही है. आपके सभी प्रोजेक्टों में से शराबबंदी आप की सबसे बड़ी महत्वकांक्षी योजना है. लेकिन फिर भी बिहार में शराब धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं.
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हम ने भी कहा - सरकार जवाबदेही तय करे
वहीं सराकर की सहयोगी पार्टी हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा की के प्रवक्ता विजय यादव ने भी ईटीवी भारत के प्रमाण का जिक्र करते हुए सरकार से इस मामले में जवाबदेही तय करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से लोगों की मौत को लेकर ETV भारत के सबूत को लेकर धन्यवाद देता हूं.
उन्होंने कहा कि अब जो सबूत ईटीवी भारत के पास है, उसको लेकर सरकार कोजवाबदेही तय करनी चाहिए कि आखिर लोगों की मौत हुई है तो उसका दोषी कौन है? उन्होंने कहा कि छोटी मछलियों को छोड़कर सरकार को अब बड़े लोगों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जितने भी जिले में लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई है, उस जिले के जिला प्रशासन के बड़े अधिकारियों को बर्खास्त कर देनी चाहिए.
बातते चलें कि जहरीली शराब से बिहार के विभिन्न जिलों में लगभग 20 से 22 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. मौत की वजह जहरीली शराब बताई जा रही है. ऐसे में अब विपक्ष के साथ सहयोगी दल भी जवाबदेही तय करने की मांग सरकार से कर रहे हैं. ऐसे में ये देखनेवाली बात होगी कि विपक्ष के साथ सहयोगी दल की मांग पर अब सरकार क्या कुछ निर्णय लेती है या नहीं.