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बाढ़ का खतरा: नेपाल में हो रही बारिश से उफनाई नदियां, गंडक खतरे के निशान के करीब - भारत मौसम विज्ञान विभाग

नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाके में हो रही बारिश के चलते गंडक, बागमती, कमला बलान समेत कई नदियां उफना गईं हैं. मौसम विज्ञान विभाग ने गंडक के जल ग्रहण क्षेत्र में भारी वर्षा की संभावना जताई है.

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बाढ़ का खतरा

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Published : Jun 16, 2021, 9:12 PM IST

पटना:नेपाल और बिहार के सीमावर्ती इलाके में हो रही बारिश के चलते गंडक, बागमती, कमला बलान समेत कई नदियां उफना गईं हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के अनुसार गुरुवार को भी गंडक नदी (Gandak River) के अधिकांश जल ग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके साथ ही बागमती और अवधारा समूह की नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में भी वर्षा हो सकती है.

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केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक नदी का जलस्तर बुधवार को खड्डा में खतरे के निशान से 1 सेंटीमीटर नीचे था. यहां जलस्तर में 9 सेंटीमीटर की वृद्धि की संभावना है. गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 2 सेंटीमीटर नीचे था. यहां जलस्तर में 55 सेंटीमीटर की वृद्धि की संभावना है.

खतरे के निशान से नीचे है कमला बलान
कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में फिलहाल वृद्धि की संभावना नहीं है. गंडक नदी में गंडक बैराज का जलस्तर 109.57 मीटर और एवरेज इनफ्लो 10560 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड है. गंगा सहित अन्य नदियों का जलस्तर अभी खतरे के निशान से काफी नीचे है.

दिन रात चौकसी बरत रहे इंजीनियर
गंडक नदी के बांधों पर जल संसाधन विभाग के इंजीनियर दिन रात निगरानी रख रहे हैं. बांध की सुरक्षा के लिए हर एक किलोमीटर पर स्थानीय मजदूरों को तैनात किया गया है. तटबंधों के संवेदनशील जगहों पर बाढ़ से बचाव में काम आने वाले सामानों को जमा किया गया है ताकि आपात स्थिति से निपटा जा सके.

पिछले 24 घंटे के दौरान बिहार में 50 मिली मीटर से अधिक वर्षापात

  • हाथीदह 126 मिलीमीटर
  • भागलपुर 68 मिलीमीटर
  • जपला 72 मिलीमीटर
  • वाल्मीकिनगर 166 मिलीमीटर
  • खड्डा 66 मिलीमीटर
  • चटिया 124 मिलीमीटर
  • चनपटिया 140 मिलीमीटर
  • डुमरिया घाट 58 मिलीमीटर
  • समस्तीपुर 64 मिलीमीटर

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