पटना:बोधगया में विदेशी मेहमानों में कोरोना के मामले मिलने से सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. 29 दिसंबर से 3 दिनों का बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा का कार्यक्रम बोधगया में होना है. बड़ी संख्या में विदेशी मेहमानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. वहीं पटना सिटी गुरुद्वारा में भी गुरु गोविंद सिंह जयंती को लेकर प्रकाशपर्व मनाया जा रहा है. 29 दिसंबर को जयंती है और यहां भी बड़ी संख्या में देश-विदेश से मेहमान आ रहे हैं. ऐसे में बिहार में एक बार फिर से कोरोना को लेकर सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं. (risk of corona infection in Bihar) (Dalai Lama sermon in gaya) (Prakash Perv In Patna City)
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कोरोना संक्रमण के डर ने बढ़ाई सरकार की चिंता: चीन में इन दिनों कोरोना कहर बरपा रहा है. इसके अलावा जापान सहित कई देशों में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में केंद्र सरकार की तरफ से पहले ही अलर्ट जारी किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी दोनों कार्यक्रमों पर नजर है. अस्पतालों में मॉक ड्रिल भी हुआ है लेकिन बोधगया में जिस प्रकार से विदेशी मेहमानों में कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए हैं सरकार की चुनौती बढ़ गई है. गया में 11 विदेशी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
उद्योग मंत्री समीर महासेठ का कहना है कि सरकार दोनों कार्यक्रमों को लेकर गंभीर है. पूरी तैयारी है. कार्यक्रम अच्छे ढंग से संपन्न हो जाएंगे. समीर महासेठ का यह भी कहना है कि कांग्रेस की भी भारत जोड़ो यात्रा है. मुख्यमंत्री की भी यात्रा है और आरजेडी का भी एक महीने में सीमांचल में यात्रा होना है. सारे कार्यक्रम सही ढंग से होंगे क्योंकि जब कोरोना था तो गुजरात में इलेक्शन करा लिया गया. इसलिए यहां भी सब कुछ संपन्न हो जाएगा.
"सरकार हर चीज को अच्छे से ऑर्गनाइज करती है. दलाई लामा के केस में निश्चित तौर पर हम चाहेंगे कि सभी इस सोच पर ना रहे कि कुछ नहीं होना है. जो भी बाहर से आएं उनकी जांच हो. कोई कोताही बरती नहीं जाएगी. सरकार स्थिति से निपटने के लिए हर तरह से सक्षम है."- समीर महासेठ, उद्योग मंत्री, बिहार
वहीं बिहार सरकार के मंत्री संजय झा का कहना है कि बिहार में लगातार जांच हो रही है. 50,000 टेस्ट किए जा रहे हैं. नीतीश कुमार देश में इकलौते मुख्यमंत्री होंगे जो प्रतिदिन जबसे कोविड का मामला आना शुरू हुआ है समीक्षा करते रहे हैं. अभी अलार्म वाली स्थिति नहीं है.
"नीतीश कुमार हर दिन कोविड रिपोर्ट देखते हैं. हमें लगता था कि क्या जरूरत है लेकिन फिर से देखिए कोरोना आ गया. बिहार सरकार पूरी तरह से तैयार है."- संजय झा, मंत्री, बिहार सरकार
इधर विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ अजय कुमार का कहना है कि चीन से कोरोना को लेकर जो खबरें आ रही हैं वो डराने वाली हैं. बड़ी संख्या में लोगों के मरने की बात बताई जा रही है. यदि सच्चाई है तो नए वेरिएंट से डरने की जरूरत है. विदेश से जो भी मेहमान आ रहे हैं दोनों कार्यक्रम में उनकी जांच विमान में चढ़ने के समय ही हो जाए तो बेहतर रहेगा.
बिहार पहुंचने पर यदि उनकी कोरोना जांच की जाएगी तो कोरोना फैलने का डर बना रहेगा. इसलिए ट्रेस ट्रैकिंग और ट्रीट के फार्मूला पर ध्यान देना होगा. साथ ही मास्क सहित अन्य कोविड नियम का पालन करने के लिए भी जागरूकता की जरूरत है.- डॉ अजय कुमार, विशेषज्ञ चिकित्सक
बिहार में होने हैं ये बड़े कार्यक्रम---
1.बोधगया में 29 दिसंबर से 3 दिनों तक दलाई लामा का प्रवचन का कार्यक्रम.
2. पटना सिटी में गुरु गोविंद सिंह जयंती के मौके पर प्रकाश पर्व का आयोजन.
3. मुख्यमंत्री की बिहार यात्रा.
4. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा.
5. आरजेडी का सीमांचल में यात्रा का कार्यक्रम.
ऐसे तो पांचो बड़े कार्यक्रम है लेकिन दलाई लामा के साथ गुरु गोविंद सिंह जयंती प्रकाश पर्व के मौके पर बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी आ रहे हैं. सरकार की चिंता उसी को लेकर बढ़ी हुई है.
ऐसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी लगातार कह रहे हैं कि बिहार में सबसे अधिक के जांच हो रही है. वैक्सीनेशन पर भी सरकार की नजर है. स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है, लेकिन बोधगया में विदेशी मेहमानों में मिले कोरोना के मामले के बाद सरकार की मुश्किलें फिलहाल जरूर बढ़ गई है.
29 दिसंबर से शुरू है दलाई लामा की टीचिंगःदरअसल बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा इन दिनों बोधगया में प्रवास कर रहे हैं. उनका टीचिंग प्रोग्राम 29, 30 और 31 दिसंबर को आयोजित है, जिसमें देश-विदेश के करीब 60 हजार से अधिक बौद्ध श्रद्धालु भाग लेंगे. उनके कार्यक्रम को देखते हुए कोरोना को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया गया है और अब 11 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिले में हाई अलर्ट करते हुए कोरोना जांच में बढ़ोतरी कर दी गई है.
दलाई लामा से मिलने से पहले होगी कोरोना सैंपल की जांच: इसी क्रम में 25 दिसंबर को रैंडम 96 लोगों की जांच की गई, जिसमें कोई भी पॉजिटिव नहीं मिला. जिला प्रशासन द्वारा तिब्बतन मॉनेस्ट्री के सामने आरटीपीसीआर जांच काउंटर स्थापित किया गया है. दलाई लामा ट्रस्ट के आयोजकों को निर्देश दिया गया कि महा पावन दलाई लामा जी से मिलने वाले लोगों को मिलने के पहले अवश्य सैंपल जांच करावें.