पटना: राजधानी पटना में बिहार राज्य रिटेल फर्टिलाइजर एसोसिएशन (Fertilizer Association) का बुधवार को राज्य स्तरीय चुनाव संपन्न हुआ. जिसमें संगठन से जुड़े सदस्यों ने हिस्सा लिया और नयी कमेटी के गठन के पूर्व बिहार राज्य रिटेल फर्टिलाइजर एसोसिएशन के अध्यक्ष का चुनाव हुआ. जिसमें राजीव रंजन को अध्यक्ष निर्वाचित किया गया. इस दौरान नये अध्यक्ष बने राजीव रंजन ने कहा कि सरकार की दमनकारी नीति और तुगलकी फरमान की वजह से विवश होकर हमें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए संघ का गठन करना पड़ा है.
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उन्होंने कहा कि अप्रैल, मई और जून माह में उठाये गये उर्वरक को सरकार के तुगलकी फरमान की वजह से 20% के नुकसान पर रिटेलर दुकानदारों को बेचना पड़ा. हमें सरकार के द्वारा दिये आदेश के अनुसार से खाद उपलब्ध करायी जा रही है. लेकिन सरकार की नीति व्यवसाय से जुड़े तमाम लोगों को बर्बादी की तरफ ले जा रही है. खाद व्यवसायियों को आज अन्नदाता किसान भाई गलत निगाह से देख रहे हैं. जबकि रिटेल व्यापारियों का शोषण थोक विक्रेता और अधिकारियों की मिलीभगत से किया जा रहा है.
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इस दौरान बिहार राज्य रिटेल फर्टिलाइजर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि हमें खाद बेचने में एक पैसे की भी मार्जिन नहीं मिल रही है, नुकसान में हमें खाद बेचना पड़ रहा है. सरकार ने किसानों के लिए यूरिया का रेट 266.50 और डीएपी का रेट 1200 रुपये तय किया है. लेकिन रिटेलर दुकानदार को होलसेलर से खरीदने का मूल्य निर्धारित नहीं किया गया. जिससे हमें काफी दिकक्त हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार रिटेलर को 8 प्रतिशत मार्जिन देने का काम करे, अन्यथा हम लोगों को विवश होकर लाइसेंस वापस करना होगा. बिहार राज्य रिटेल फर्टिलाइजर एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि सरकार अगर हमारी मांगों को नहीं मानती, तो आने वाले दिनों में हम लोग अनशन पर बैठेंगे और सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ेंगे.