पटना: कटिहार प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को 16 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार करवाने वाली बीजेपी विधान पार्षद की कंपनी का निबंधन दो सालों के लिए निलंबित कर दिया गया है. पथ निर्माण विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.
बीजेपी के विधान पार्षद अशोक अग्रवाल के बेटे के नाम से संचालित कंपनी टॉप लाइन इंफ्रा प्रोजेक्ट को एनएच प्रमंडल अरहरिया में एनएच का कार्य आवंटित किया गया था. पथ निर्माण विभाग की तरफ से उड़न दस्ता टीम गठित कर जांच की कार्रवाई की गई तो कई गड़बड़ियां मिलीं. इसके बाद कंपनी पर आरोप गठित किये गये.
BJP MLC अशोक अग्रवाल की निर्माण कंपनी का रजिस्ट्रेशन 2 सालों के लिए निलंबित स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं होने पर विभाग ने की कार्रवाई
कंपनी पर लगे आरोपों के संबंध में विभाग ने स्पष्टीकरण मांगा. इसके बाद बीजेपी एमएलसी अशोक अग्रवाल की कंपनी ने स्पष्टीकरण दिया, लेकिन कंपनी ने बिना वांछित कागजात दिए स्पष्टीकरण स्वीकार करने का अनुरोध किया था, जिसे विभाग ने अस्वीकार कर दिया.
ये भी पढ़ें-'उड़ता पंजाब' की राह पर बिहार! नशा उन्मूलन केंद्र में भी बढ़ी नाबालिगों की संख्या
विधान पार्षद की कंपनी का निबंधन 2 सालों को लिए निलंबित
स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं होने के बाद विभाग की ओर से कार्रवाई की गई. बिहार ठेकेदारी निबंधन नियमावली 2007 के प्रावधानों के आलोक में संवेदक टॉपलाइन इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के निवेदन को 2 सालों के लिए निलंबित कर दिया गया. बता दें कि बीजेपी के विधान पार्षद की कंपनी से ही इंजीनियर अरविंद कुमार 16 लाख रुपये घूस ले रहा था.