पटना : बिहार के हजारों स्कूलों में प्रधानाध्यापक के पद वर्षों से खाली पड़े हुए हैं. ऐसे में सरकार ने इन खाली पड़े पदों को जल्द से जल्द भरने के लिए भारी संख्या में बहाली की घोषणा की है. सरकार की ओर से सोशल मीडिया पर इस बात की घोषणा की गई है कि जल्द ही 11 हजार 334 पदों पर प्रधानाध्यापकों की बहालीनिकाली जाएगी. अभी सिर्फ घोषणा ही की गई है. इसको लेकर बीपीएससी की ओर से जल्द ही विज्ञापन जारी किया जाएगा. तब जाकर प्रधानाध्यापक पद के लिए आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी मिल सकेगी.
शिक्षा विभाग की अधियाचना के बाद शुरू होगी बहाली : मिली जानकारी के अनुसार हाई स्कूल और प्लस टू स्तर के विद्यालयों में खाली पड़े 11 हजार 334 प्रधानाध्यापक के रिक्त पदों को भरने के लिए बहाली निकाली जाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी शिक्षा विभाग की ओर से 11 हजार 334 प्रधानाध्यापक के पदों पर बहाली को लेकर अधियाचना नहीं भेजी गई है. शिक्षा विभाग की अधियाचना पर ही बीपीएससी की ओर से बहाली को लेकर विज्ञापन निकाला जाएगा. इसके बाद ही इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन कर पाएंगे.
आवश्यक अनुभव में मिलेगी छूट: बता दें कि इस बार प्रधानाध्यापक पद पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को आवश्यक अनुभव में भी छूट दी जा रही है. अनुभव में छूट को लेकर प्रस्ताव को बिहार राज्य माध्यमिक विद्यालय प्रदानाध्यापक नियमावली 2023 के तहत कैबिनेट से पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है. अब नौवी और दसवीं यानी की हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक बनने के लिए सिर्फ 8 साल के अनुभव की दरकार होगी. पहले 12 साल का अनुभव जरूरी थी. इसी तरह प्लस टू स्कूलों में प्रधानाध्यापक बनने के लिए चार साल का अनुभव होना जरूरी है. पहले 6 साल के अनुभव की जरूरत होती थी.