पटना:लॉकडाउन का असर केवल जनजीवन पर ही नहीं बल्कि खेतीबाड़ी पर हुई है. वर्तमान में रबी फसल की कटाई शुरू हो चुकी रहती है. लेकिन कोरोना संक्रमण के भय से मजदूर अपने घरों से बाहर ही नहीं निकल रहे हैं. वहीं जिन किसानों के फसल की कटाई हो चुकी है. उन्हें बाजार तक पहुंचाने के लिए भी काफी परेशानियां सामने आ रही हैं. जिस वजह से अन्नदाता परेशान हैं.
'हार्वेस्टर से होती थी फसल कटाई'
इसको लेकर किसान हरिराम ने बताया कि गेंहूं की कटाई मजदूरों से करवा लिया. लेकिन अब फसल की दौनी नहीं हो पा रही है. उन्होंने बताया कि पिछले साल हार्वेस्टर से कटाई हुई थी. फसल काटने की मशीनें और ऑपरेटर दूसरे राज्यों खासकर पंजाब से आते थे. लेकिन लागू लॉकडाउन के कारण इस बार नहीं आ सके हैं. इसके अलावा मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं. वहीं, किसान रामदयाल ने बताया कि सरकार ने हमलोगों को लॉकडाउन से अलग तो जरूर किया. लेकिन मूलभूत समस्याओं पर विचार नहीं किया. प्याज की खेती करने वाले दिनेश ने बताया कि बंदी के कारण न मजदूर मिल पा रहे हैं और नाही तैयार फसल को बाजर तक ले जा पा रहे हैं. इस वजह से बड़ी मात्रा में प्याज गल गया, काफी नुकसान हुआ है. अभी भी वृहद पैमाने पर खेतों में प्याज लगा हुआ है. अगर प्याज को खेतों से उखाड़ भी लिया तो उसे बाजार तक पहुंचाना एक चुनौती है.