पटनाः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को देश का आम बजट 2021 पेश किया. इस बार का बजट काफी महत्वपूर्ण है. देश में कोरोना महामारी में लोगों को काफी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है. कोराना में लोगों की जान के साथ इकोनॉमी को भी बड़ा झटका लगा है. ऐसे में लोगों को बजट से काफी उम्मीदें थी. नेताओं ने बजट आने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
"यह देश बेचने वाला बजट है।यह बजट नहीं सरकारी प्रतिष्ठानों व संपत्तियों को बेचने की सेल थी।रेल,रेलवे स्टेशन,एयरपोर्ट,लाल किला, बीएसएनएल, एलआइसी बेचने के बाद यह बजट नहीं बल्कि अब बैंक, बंदरगाह, बिजली लाइनें, राष्ट्रीय सड़कें, स्टेडियम, तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है."- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार
"वर्ष 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है, इसमें यथार्थ का अहसास और विकास का विश्वास भी है. कोरोना ने दुनिया में जो प्रभाव पैदा किया उसने पूरी मानव जाति को हिला कर रख दिया. इन परिस्थितियों के बीच आज का बजट भारत के आत्मविश्वास को उजागर करने वाला है"- नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
"बजट बहुत शानदार है क्योंकि यह अगले 3-4 साल की दिशा दे रहा है. सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया है. शिक्षा और स्वास्थ्य पर बहुत फोकस है. यह बहुत व्यवहारिक बजट है. कोई नया कर नहीं लगाया गया है जो बहुत बड़ी बात है. यह बजट आम आदमी के अनुकूल है"- नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत
"कोविड महामारी और राजस्व संग्रहण में दिक्कतों के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा संतुलित बजट पेश किया गया है. यह स्वागत योग्य है. मैं एक संतुलित बजट पेश करने के लिए केंद्र सरकार को बधाई देता हूं."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
"सरकार गरीब विरोधी और किसान विरोधी है. इस आम बजट से देश का भला नहीं होने वाला है. डबल इंजन की सरकार ने बिहार के लिए कुछ नहीं किया है. केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है. यह बजट केवल पूंजिपतियों के लिए है."- मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता, आरजेडी