पटनाःबिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले एक बड़ा ऐलान किया है. पूर्णिया के धमदाहा में नीतीश ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव होगा. इस बयान के बाद राजनीतिक महकमे में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि एनडीए हार स्वीकार चुकी है.
'जमीनी हकीकत का एहसास हो गया'
नीतीश कुमार के 'राजनीति से संन्यास' वाले बयान पर राजद नेता और महागठबंधन के सीएम प्रत्याशी तेजस्वी यादव ने कहा कि वे पहले से ही कहते आ रहे हैं कि सीएम थक चुके हैं और वह बिहार को संभाल नहीं पा रहे हैं. उन्हें जमीनी हकीकत का एहसास हो गया है.
'चुनाव प्रचार के आखिरी दिन उन्होंने खुद ही घोषणा कर दी तो शायद उन्हें जमीनी हकीकत का एहसास हो गया. हमलोग मुद्दे की बात करते रहे और वो मुद्दों को भटकाते रहे. हम पहले भी कह चुके हैं कि नीतीश कुमार थक चुके हैं, कोरोना काल में 144 दिन वो घर से नहीं निकले'. - तेजस्वी यादव, राजद नेता
'एनडीए ने मानी हार'
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि जिस तरह से नीतीश कुमार ने आज चुनाव प्रचार के अंतिम दिन इस तरह का बयान दिया है कि यह उनका अंतिम चुनाव है इससे स्पष्ट हो गया है कि बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन ने हार मान लिया है. उन्होंने कहा कि हम शुरू से कहते रहे हैं कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी निश्चित रूप से अब इसे स्वीकार कर लिए हैं.
'थक गए नीतीश, हमें दें आशीर्वाद'
वहीं, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि नीतीश कुमार ने जिस तरह से धमदाहा के रैली में स्वीकार कर लिया कि अब वह उम्र के अंतिम पड़ाव पर पहुंच गए हैं. निश्चित तौर पर अब वह थक गए हैं. इससे सब कुछ स्पष्ट हो गया है. उन्होंने कहा कि वह बड़े भाई हैं हम चाहेंगे कि छोटे भाई के रूप में नीतीश कुमार हमें आशीर्वाद दें.
उपेंद्र कुशवाहा की प्रतिक्रिया भ्रम फैला रहा विपक्ष-नित्यानंद
केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने दावा किया है कि बिहार में एनडीए प्रचंड बहुमत से जीतेगा और बिहार में कम से कम 210 सीटों पर एनडीए की जीत होगी. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को नरेंद्र मोदी पर भरोसा है और ऐसे लिए जनसैलाब एनडीए के पक्ष में उम्र पड़ा है. साथ ही उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा और कहा कि विपक्ष के लोग लोगों को भ्रम में डालने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि विपक्ष के लोग आहार से डर गए हैं. नित्यानंद राय से जब सवाल किया गया कि नीतीश कुमार ने अपने अंतिम सभा में कहा है कि यह मेरा आखिरी चुनाव है तो इस पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दिया और कहा कि विपक्ष के लोग कहीं ना कहीं ऐसे बयान पर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने 15 साल तक बिहार की सेवा की है और कहीं ना कहीं उन्हीं की अगुआई में बिहार विकास किया है और इस बार भी फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे.
'नीतीश ने अपनी हार सामने देख ली'
राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सीएम नीतीश के दिए गए बयान पर चूटकी लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी हार सामने देख कर अब ऐसी बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को यह पता चल चुका है कि अब एनडीए की हार तय है और यह जानकर उन्होंने इस तरह की बात कही है. राजद नेता ने कहा कि नीतीश कुमार बिल्कुल भरोसे के काबिल नहीं है. उन्होंने पहले भी कहा था कि बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे भले ही मिट्टी में मिल जाऊं. इसलिए लोगों का उन पर से भरोसा बिल्कुल टूट चुका है.
हमारे साथ नाइंसाफी - जीतन राम मांझी
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीतीश कुमार का यह कहना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश ने भावनात्मक रूप से यह बात कही है.
'हमने पहले भी कहा था कि 75 वर्ष के बाद सक्रिय राजनीति से लोगों को दूरी बना लेनी चाहिए. लेकिन नीतीश ने हमारे साथ नाइंसाफी की, मैंने कहा था इस बार चुनाव नहीं लडूंगा लेकिन नीतीश कुमार ने हमारी प्रतिज्ञा को तोड़वाते हुए चुनाव लड़ने को कहा और खुद कहते हैं कि इस बार उनका अंतिम है. इसलिए उनका यह कहना उचित नहीं है. बिहार के हित के लिए मैं उनको मनाऊंगा, हो सकता है वो भारत के शीर्ष स्थान पर जा सकते हैं'. - जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम
'आज मैदान छोड़कर चले गए'
लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने नीतीश के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि नीतीश आज मैदान छोड़ कर भाग गए. अगली बार वो चुन लिए जाते हैं तो उन्हें तो कोई हिसाब नहीं देना होगा तो क्यूं लोग उन्हें चुनें.
'अगर नीतीश कुमार संन्यास की घोषणा कर के यह सोच रहे कि उनपर भ्रष्टाचार की जांच नहीं होगी, तो यह नहीं सोचे की जांच नहीं होगी. रणभूमि छोड़कर जाने के बाद भी हर मामले में जांच होगी. इस बयान से इनके पार्टी के नेताओं को नुकसान होगा, पार्टी खत्म हो जाएगी क्योंकि उनके संन्यास के बाद पार्टी में बचेगा कौन, तो यह इमोशनल गलत कार्ड हो गया इनका'-चिराग पासवान, लोजपा प्रमुख