पटना:मुजफ्फरपुर बालिका गृह में सीबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल किए जाने के बाद बिहार में सियासी पारा चढ़ गया है. राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी ने सीबीआई जांच पर सवाल खड़ा किया है, वहीं बीजेपी और जेडीयू, आरजेडी पर ही सवाल खड़ा कर रही है.
आरजेडी की तरफ से ट्वीट कर कटाक्ष करते हुए लिखा, 'सीबीआई ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को ही पूरा पलट दिया! सीबीआई के अनुसार, किसी बच्ची की हत्या हुई ही नहीं! हत्या का कोई सबूत नहीं मिला! नरकंकाल अज्ञात वयस्कों के! अब हो गया न्याय! बजाओ ताली! समझ में आया पलटू की पलटी? केस जांच की कमान अस्थाना के पास थी! वाह मोदीजी वाह!'
'आदत से बाज आये विपक्ष'
इधर, जेडीयू ने कहा कि सीबीआई की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दिए गए जवाब से साफ हो गया कि बालिका गृह कांड में किसी बच्ची की हत्या नहीं हुई थी. पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि सीबीआई की इस जांच ने विपक्ष की अफवाह और झूठ की हवा निकाल दी. रिपोर्ट के आधार पर कहा जा सकता है कि विपक्ष के आरोप खारिज होते ही सरकार की जीत है. राजीव रंजन ने कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर विपक्ष अपने आदत से बाज आये. इस मामले में राज्य सरकार की जांच एजेंसी ने केंद्रीय जांच एजेंसी की हर संभव मदद की.
बालिका गृह पर प्रतिक्रिया देते सतापक्ष और विपक्ष के नेता
आरजेडी विधायक ने रिपोर्ट पर उठाया सवाल
जेडीयू प्रवक्ता के बयान पर आरजेडी विधायक एज्या यादव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बालिका गृह में शोषण हुआ है इसमें कोई दो राय नहीं हैं. आरजेडी नेत्री ने कहा कि बच्चियों के बयान के आधार पर ही खुदाई की गई जहां कंकाल भी मिला. रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए एज्या यादव ने कहा कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि सीबीआई इससे मुकर रही है.
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आरजेडी विधायक ने कहा कि जांच में कई तरह की बातें सामने आई थी लेकिन सीबीआई की तरफ से कोर्ट में इस तरह का रिपोर्ट दाखिल किया गया है. एज्या यादव ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट के जरिये सफेदपोशों को बचाया जा रहा है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता नवल किशोर ने आरजेडी के आरोप को सिरे से खारिज किया है. उनका कहना है कि विपक्ष का काम है सिर्फ आरोप लगाना.
विपक्ष की मांग पर सीबीआई की जांच
बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला एक सर्वेक्षण के बाद प्रकाश में आया था. बिहार पुलिस की जांच के बाद विपक्ष की मांग पर सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी.