पटना:पिछले कई महीनों से दरभंगा में एम्स निर्माणको लेकर मामला अटका हुआ है. पहले सहरसा और दरभंगा में निर्माण को लेकर रस्साकशी हुई, फिर जमीन को लेकर विवाद बढ़ा. जिस वजह से अभी तक एम्स निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाई. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'बिहार में दरभंगा तक इस प्लानिंग के साथ एम्स खोले गए हैं ताकि लोगों को इलाज के लिए सैकड़ों किलोमीटर तक ना जाना पड़े.'पीएम के इसी बयान पर आरजेडी और जेडीयू ने ऐतराज जताया है.
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'पीएम मोदी ने सफेद झूठ बोला': बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'आज प्रधानमंत्री जी दरभंगा में AIIMS खुलवाने का झूठा श्रेय ले रहे थे. वस्तुस्थिति ये है कि बिहार सरकार ने निशुल्क 151 एकड़ ज़मीन केंद्र को इसकी स्थापना के लिए दिया है और साथ ही 250 करोड़ से अधिक मिट्टी भराई के लिए आवंटित किया लेकिन दुर्भाग्यवश राजनीति करते हुए केंद्र ने प्रस्तावित AIIMS के निर्माण को स्वीकृति नहीं दी. प्रधानमंत्री से देश कम से कम सत्य और तथ्य की अपेक्षा करता है लेकिन उन्होंने सफ़ेद झूठ बोला. प्रधानमंत्री जी अपने स्वास्थ्य विभाग से ठीक से जानकारी प्राप्त कर लीजिए.'
पीएम मोदी पर झूठ बोलने का आरोप : इसके साथ ही डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को लिखे पत्र का हवाला देते हुए ट्वीट किया, 'जून माह में हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जी से दूरभाष पर वार्ता कर, इसकी स्वीकृति देकर निर्माण कराने का आग्रह किया और आशान्वित होकर चिट्ठी भी लिखा लेकिन आजतक कोई सकारात्मक कारवाई नहीं हुई है.'
ललन सिंह ने नरेंद्र मोदी पर हमला बोला:उधर, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने भी पीएम मोदी पर हमला करते हुए लिखा, 'दरभंगा एम्स के लिए राज्य सरकार ने जमीन दी है और वहां पर मिट्टी भराई के लिए अलग से 250 करोड़ रुपये स्वीकृत भी किए हैं लेकिन उस जमीन पर आपकी केंद्र सरकार एम्स बनाने को तैयार नहीं है. इसका मकसद बिहार में एक एम्स के निर्माण को लटकाना है और आप कह रहे हैं कि एम्स खुल गया. वाह रे जुमलेबाज़ सरकार.'