पटना: कश्मीर में धारा 370 और 35 ए के संशोधन प्रस्ताव पर लोगों ने अपनी राय दी है. जहां एक तरफ इस बिल के विरोध में लोग खड़े हैं, तो दूसरी तरफ लोगों ने इसे सरकार पर मनमानी का आरोप लगाया है. कई लोगों का मानना है कि यह सरकार की बड़ी जीत है. वहीं, कईयों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है.
धारा 370 पर 'कहीं खुशी, कहीं गम': कुछ ने कहा- लोकतंत्र पर हमला, तो कुछ ने बताया बड़ी जीत - गृह मंत्री अमित शाह
जिले के स्थानीय निवासी बताते हैं कि सरकार की इस ठोस कदम से जम्मू-कश्मीर में एक झंडा और एक कानून होगा. वहीं, कईयों ने इसे सरकार की मनमानी बताई है.
क्या है लोगों की प्रतिक्रिया
इस संबंध में जिले के स्थानीय निवासी बताते हैं कि सरकार की इस ठोस कदम से जम्मू-कश्मीर में एक झंडा और एक कानून होगा. साथ ही किसी में कोई भेद भाव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सरकार की यह ऐतिहासिक जीत है. वहीं, इस मुद्दे पर कुछ के तेवर समर्थकों के विपरित दिखें. कई लोगों ने इसका विरोध भी किया. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है. जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के हटने से वहां का माहौल और भी खराब हो जाएगा.
क्या थी अटकलें?
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35 ए को हटाने की अटकलें लगाई जा रही थी. जिसको लेकर आज सुबह केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. जिसके बाद राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने धारा 370 और 35 ए संशोधन बिल पेश की. बिल के पेश होते ही सदन में हंगामा जमकर हुआ.