पटना: दिवंगत राम विलास पासवान का राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को दीघा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था. बेटे चिराग पासवान ने पिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान दीघा घाट पर अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की संख्या में समर्थक जुटे. वहीं, जो नहीं पहुंच पाए उन्होंने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ही स्वर्गीय पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित की.
खगड़िया में दी गई स्वर्गीय पासवान को श्रद्धांजलि
खगड़िया में केंद्रीय मंत्री और बिहार के दिग्गज नेता रहे रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके समर्थकों एवं ग्रामीणों ने गहरा शोक व्यक्त किया है. रविवार को उनके पैतृक गांव अलौली के सहरबन्नी में गोदाम से सेल भवन तक मोमबत्ती जलाकर कैंडल मार्च निकला गया. इस दौरान एक ही नारा गूंज रहा था 'धरती गूंजे आसमान, रामविलास पासवान'. कार्यक्रम के दौरान स्वर्गीय पासवान के चित्र पर पुष्प माला अर्पण कर 2 मिनट मौन रहकर उनके आत्मा को शांति हेतु प्रार्थना किया गया.
रोहतास के नासरीगंज में भी किया गया नमन
रोहतासजिले के नासरीगंज प्रखण्ड के आदर्श ग्राम अमियावर में भी केंद्रीय मंत्री एवं लोक जन शक्ति पार्टी के सुप्रीमो सह संस्थापक रामविलास पासवान के असामायिक निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता लोजपा प्रखण्ड अध्यक्ष महेश कुमार चौधरी ने की. इस अवसर पर लोजपा समेत विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रख उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि तथा उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उनका स्मरण किया.
दलित सेना नवादा ईकाई के द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
नवादा के अम्बेडकर भवन में दलित सेना ईकाई द्वारा माननीय स्व. रामविलास पासवान को सर्वदलीय सभा का आयोजन कर श्रधांजलि दी गई. दलित सेना नवादा के द्वारा जिले के तमाम नेताओं ने नम आंखों से उनके चित्र पर माल्यार्पण कर शोकसभा की. दलित सेना के जिलाध्यक्ष प्रो. डॉ. विष्णुदेव पासवान ने बताया कि माननीय रामविलास पासवान के जाने के बाद आज पूरा देश मातम मना रहा है. पासवान ने कहा कि रामविलास पासवान पूरे देश में दलितों, आदिवासियों और अतिपिछड़ा के साथ वंचितों के महान नेता थे.
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन. दिलेर नेता थे रामविलास पासवान
सारण जिले में लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्व. श्री रामविलास पासवान जी असामयिक निधन को लेकर गड़खा विधानसभा के भावी उम्मीदवार श्री शिवप्रसाद मांझी ने शोक सभा का आयोजन किया. इस शोक सभा की अध्यक्षता सोहन मांझी ने किया. इस दौरान शिवप्रसाद मांझी ने कहा कि रामविलास पासवान एक ऐसे दिलेर नेता थे, जो सिर्फ दलितों का ही नहीं बल्कि पूरे समाज के नेता थे. उनका एक कथन था कि "हम उस घर में दिया जलाने चले है, जहां सदियों से अंधेरा है" और रामविलास पासवान ने इस कथन को लेकर हमेशा जनता के सेवा में अपना योगदान दिया.
स्व. रामविलास पासवान के चित्र पर पुष्प अर्पित करते लोग. जहानाबाद में भी की गई सभा
जहानाबाद जिले के पाठक टोली के प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में जिले के रजक समिति द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर इसके आयोजक कर्ता द्वारा उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर 1 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा को शांति के लिए भगवान से प्रार्थना किया गया. रजक समिति के अध्यक्ष जवाहरलाल राम ने कहा कि रामविलास पासवान गरीबों एवं दलितों के मसीहा थे. उनके खो जाने से दलित समाज की अपूर्ण क्षति हुई है. भविष्य में इसकी भरपाई नजर नहीं आ रही है.