पटना में राम लखन यादव स्मृति समारोह पटनाः बिहार के पटना में राम लखन सिंह यादव स्मृति समारोह का आयोजन किया गया. श्रीकृष्ण सिंह मोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. ऐसे तो यह गैर राजनीतिक मंच था, लेकिन कई दलों के नेता मौजूद थे. जिसमें शिक्षा भर्ती से लेकर राहुल गांधी तक चर्चा की गई. RJD विधायक भाई बिरेंद्र ने राहुल गांधी मामले को लेकर कहा कि नीतीश कुमार पर भी खतरा हो सकता है. इसलिए नीतीश कुमार विपक्ष का नेतृत्व करें. BJP सांसद रामकृपाल यादव ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया, जिसका जबाव सीएम ने दिए तो रामकृपाल भड़क उठे.
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रामकृपाल यादव पर निशानाः नीतीश कुमार ने कहा कि राम कृपाल जी पहले आप कहां थे. रामकृपाल यादव ने बाद में इसका जवाब भी दिया. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद कहा कि नीतीश कुमार भी तो पहले दूसरे जगह ही थे. यदि बीजेपी नहीं होती तो इतना उनका चेहरा भी नहीं चमकता. वहीं इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इस मौके पर दो बड़ी घोषणा की. कहा कि 3 लाख शिक्षकों की बहाली की जाएगी और राम लखन सिंह यादव की जयंती राजकीय समारोह के रूप में मनाया जाएगा.
रामकृपाल यादव की चुटकीः नीतीश कुमार ने रामकृपाल यादव की चुटकी लेते हुए कहा कि वे तो पहले RJD में ही थे. उनको बहुत सम्मान मिला, लेकिन वे BJP में चले गए. अब टोपी पहनते हैं. राम लखन सिंह यादव के साथ मिलकर हमलोगों ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम किया. पहले बेटियां नहीं पढ़ती थी, लेकिन अब सब बराबर है. जब BJP के साथ थे उस समय भी शिक्षा के लिए काम किए लेकिन आज हम अलग हो गए हैं, तो वे भूल गए हैं. एक बार फिर शिक्षकों की बहाली होगी.
"रामकृपाल यादव बीजेपी में चले गए हैं. टोपी लगाए रहते हैं. पहले आरजेडी में ही थे. आरजेडी में बहुत सम्मान मिलता था. शिक्षा पर राम लखन सिंह यादव ने बहुत काम किया है, लेकिन हम लोगों की सरकार जब आयी तो क्या स्थिति थी. लड़कियां पांच क्लास के बाद आगे नहीं पढ़ पाती थी. हम लोगों ने पोशाक योजना फिर साइकिल योजना लायी. बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी."-नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
पोलोटिकल कार्यक्रम नहीं थाः कार्यक्रम के बाद रामकृपाल यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा. कहा कि यह पॉलिटिकल कार्यक्रम नहीं था, लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने इसे ऐसा बना दिया. मैने उनको आयना दिखा दिया कि आज भी शिक्षकों की कमी है. स्कूलों में भवन की कमी है. यहां की शिक्षा पर लोगों का विश्वास नहीं है इसलिए बिहार के लोग बच्चों को बाहर पढ़ाते हैं. नीतीश कुमार हमें क्या आइना दिखाएंगे. खुद वे अपने आप को आयना दिखा रहे हैं. वे कहां से आए थे. जनता दल को किसने तोड़ा. पहली बार सरकार बनी थी तो BJP के सहयोग से ही सरकार बनी थी. सुपवा दूसे चलनिया के वही बात कर रहे हैं.
"नीतीश कुमार हमें क्या आइना दिखाएंगे. वे खुद को आयना दिखाया है. खुद भी कहां थे, ये उनको नहीं पता है. BJP के कारण उनका चेहरा चमका है. बिहार की शिक्षा व्यवस्था का क्या हाल है, यह सभी जानता है. यहां की शिक्षा पर लोगों का विश्वास नहीं है इसलिए बिहार के लोग बच्चों को बाहर पढ़ाते हैं. यह कोई पोलोटिकल कार्यक्रम नहीं था, लेकिन नीतीश कुमार ने इसे बना दिया."-राम कृपाल यादव, BJP सांसद
"देश में लोकतंत्र खतरे में है. समय रहते सभी विपक्षी दल के लोगों को कहा कि एक मंच पर आईए और माननीय मुख्यमंत्री को विपक्ष का नेतृत्वकर्ता बनाइए. मैने विपक्ष के सांसद से कहा कि संसद की सदस्यता से इस्तीफा देकर आप सड़क पर उतरें. जनता आप लोगों के साथ है."-भाई बिरेंद्र, RJD विधायक