पटना:किसान आंदोलन के समर्थन में और आंदोलन को तेज करने के लिए आज राष्ट्रव्यापी चक्का जामका आह्वान किया गया था. पटना में राज्यसभा सांसद सह पूर्व उप मुख्यमंत्री बिहार सुशील कुमार मोदी ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि- चक्का जाम पूरी तरीके से फ्लॉप रहा.
"इस आंदोलन में अब किसान नहीं है. देश के एक-दो राज्यों को छोड़ दें तो, अब यह आंदोलन किसी राज्य में नहीं दिख रहा. भारत बंद हो या चक्का जाम या फिर धरना-प्रदर्शन, इसमें किसान कहीं भी सम्मिलित नहीं दिख रहे हैं. सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार है. सरकार कानून में 8 संशोधन के लिए भी तैयार है. लेकिन कुछ लोग नहीं चाहते कि ऐसा कुछ हो और ना ही इस कृषि कानून के एक भी नुकसान को बताते हैं."-सुशील कुमार मोदी,राज्यसभा सांसद
वार्ता के लिए हर समय तैयार है सरकार
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वास्तव में देश के किसान सरकार के साथ हैं और कुछ मुट्ठी भर लोग जिनका नेतृत्व वामपंथी कर रहे हैं, वह हाय तौबा मचा रहे हैं. लेकिन इसका कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. सरकार किसानों के साथ है और वार्ता के लिए हर समय तैयार है.
"हमारे दरवाजे खुले हुए हैं और सरकार ने यहां तक कह दिया है कि एक टेलीफोन कॉल की दूरी पर हम हैं. आप एक टेलीफोन करिए और हम आप से वार्ता के लिए तैयार हैं. अगर वाकई में यह कानून किसान विरोधी होता तो, बिहार के किसान क्यों नहीं आवाज उठाते? यूपी के किसान क्यों नहीं आवाज उठाते? इस कानून से किसी किसान को कोई समस्या नहीं है. बस दिल्ली और यूपी के आसपास के कुछ लोग हैं, जो इस आंदोलन को कर रहे हैं."-
सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद ये भी पढ़ें:'बिहार में किसानों के बिना ही चल रहा आंदोलन, विपक्ष की सारी कोशिशें नाकाम'
देश के किसानों से अपील
राज्यसभा सांसदसुशील मोदी ने देश के किसानों से अपील की है कि आप इस कानून के खामियों को बताएं. जो भी खामियां होगी, सरकार उसे दूर करेगी. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल दिल्ली के कुछ सीमावर्ती इलाकों तक ही सीमित है. हम किसानों से आग्रह करते हैं कि वह वार्ता करें, सरकार उनकी बातों को सुनेगी और कानून में संशोधन भी करेगी.