बिहार

bihar

ETV Bharat / state

Bihar Politics: 'नीतीश कुमार के अहंकार की भेंट चढा 2 हजार करोड़ का दरभंगा एम्स', सुशील कुमार मोदी

दरभंगा एम्स निर्माण को लेकर राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा, कहा कि नीतीश कुमार के अहंकार और महागठबंधन सरकार में राजद-जदयू के बीच खींचतान के चलते दरभंगा एम्स पर ग्रहण लग गया. पढ़ें पूरी खबर...

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Jun 12, 2023, 10:34 PM IST

पटनाः दरभंगा एम्स निर्माण पर ग्रहण को लेकर सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के अहंकार और महागठबंधन सरकार में राजद-जदयू के बीच खींचतान के चलते दरभंगा एम्स पर ग्रहण लग गया. उत्तर बिहार के लाखों लोग 2000 करोड़ रुपये से बनने वाले दरभंगा एम्स के रूप में केंद्र सरकार की बड़ी सौगात पाने से वंचित रह गए.

यह भी पढ़ेंःBihar Politics: 'PM से आग्रह करूंगा कि सुशील मोदी को फिर से रिन्यू कर दें', ललन सिंह का पलटवार

श्रेय लेने की होड़ः मोदी ने कहा कि दरभंगा में एम्स बनाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं मिले, इसलिए पहले दो साल तक तो मुख्यमंत्री इस बात पर अड़े रहे कि DMCH को ही अपग्रेड कर AIIMS बना दिया जाए. उन्होंने कहा कि किसी मेडिकल कॉलेज को अपग्रेड कर एम्स बनाने का नियम नहीं है. इसलिए अन्तत: बिहार सरकार दरभंगा एम्स के लिए डीएमसीएच परिसर में ही 150 एकड़ जमीन देने पर राजी हो गई. 82 एकड़ जमीन आवंटित भी कर दी गई थी.

जदयू राजद में खींचतानः इस बीच नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा के कारण जैसे ही राजद से हाथ मिलाया और सरकार बदल दी. वैसे ही दरभंगा एम्स सहित कई विकास परियोजनाओं पर ग्रहण लग गया. मोदी ने कहा कि बदली सरकार में राजद और जदयू के बीच दरभंगा एम्स का श्रेय लेने की होड़ मच गई. लालू प्रसाद के करीबी भोला यादव ने जब किसी संवैधानिक पद पर रहे बिना अशोक पेपर मिल (हायाघाट) की जमीन पर एम्स बनने की घोषणा कर दी. इसके जवाब में जदयू के लोग शोभन में एम्स बनवाने के लिए सक्रिय हुए.

जमीन को किया अस्वीकारः मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के इशारे पर मधेपुरा के दिनेशचंद्र यादव सहित दो दर्जन जदयू सांसदों ने केंद्र सरकार को ज्ञापन देकर दरभंगा के बजाय सहरसा में एम्स बनवाने की मांग कर दी. बाद में जदयू के दबाव में बिहार सरकार ने शोभन में जो 151 भूमि आवंटित की, वह एम्स का भवन बनाने के लिए उपयुक्त नहीं पायी गई. उन्होंने कहा कि शोभन की 20-30 फीट गड्ढे और जल-जमाव वाली जमीन का निरीक्षण करने बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने इसे अस्वीकार कर दिया. कोई दूसरी भूमि आवंटित करने का आग्रह किया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details