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बिहार के लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ लेने में अन्य राज्यों की तुलना में काफी पीछे: सुशील मोदी - Insurance companies of Bihar

बिहार में कोरोना काल में कई लोग कोरोना से संक्रमित हैं. कई मरीजों की इस संक्रमणकाल में मौत हो गई. ऐसे में राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने प्रदेश में स्वास्थ्य बीमा को लेकर कहा कि बिहार के लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ लेने में अन्य राज्यों की तुलना में काफी पीछे है.

पटना
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Published : May 25, 2021, 8:13 PM IST

पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना जैसी भयावह त्रासदी के बावजूद बिहार के लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ लेने में अन्य राज्यों की तुलना में काफी पीछे हैं.

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'बीमा का लाभ लेने में पीछे बिहार'
सुशील मोदी ने मंगलवार को कहा कि पूरे देश में जहां कोरोना से पीड़ित 15 लाख 32 हजार लोगों ने स्वास्थ्य बीमा के तहत 23 हजार 715 करोड़ का दावा किया. वहीं बिहार के मात्र 6,458 लोगों ने 94 करोड़ 62 लाख का दावा किया, जबकि इस दौरान महाराष्ट्र के 5 लाख 51 हजार लोगों ने 7,066 करोड़, कर्नाटक के एक लाख 28 हजार लोगों ने 1,961 करोड़ और तमिलनाडु के एक लाख 23 हजार स्वास्थ्य बीमा धारकों ने 2,342 करोड़ रुपए का दावा किया है.

बिहार में 52 करोड़ 53 लाख का क्लेम सेटलमेंट
बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि पूरे देश में 12.59 लाख लोगों को 12,133 करोड़ का क्लेम सेटलमेंट हुआ, जबकि बिहार के 5,232 लोगों के 52 करोड़ 53 लाख के दावे का ही निपटारा हुआ और 1,226 लोगों के 42.09 करोड़ के दावे का निष्पादन अभी लम्बित है. उन्होंने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य बीमा धारकों ने जितनी राशि का दावा किया है, उनमें से करीब 45 प्रतिशत का अभी निपटारा बाकी है.

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'कोरोना काल में बीमा पॉलिसी का लें लाभ'
सुशील मोदी ने लोगों से अपील की है कि बीमा कम्पनियों द्वारा विशेष कर कोरोना के मद्देनजर लाई गई 'कोरोना कवच' और 'कोरोना रक्षक' जैसी बीमा योजनाएं जिनका लाभ 30 सितम्बर, 2021 तक लिया जा सकता है और जिसके तहत 5 लाख तक के कवरेज का प्रावधान है, में अधिक से अधिक लोग शामिल हो ताकि कोरोना संक्रमित होने पर इलाज में उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिल सके.

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