छपरा (सारण): बिहार के छपरा के मुबारकपुर में एक युवक की मौत के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इसी मामले को लेकर ट्विटर पर 'राजपूत नरसंहार छपरा' ट्रेंड कर रहा है. ट्विटर पर लोगों में सरकार के खिलाफ आक्रोश दिख रहा है. लोग सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. बता दें कि गुरुवार की रात मुबारकपुर गांव में तीन लोगों को बंधक बनाकर मारपीट की गई थी. इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई थी. दो लोगों का इलाज पटना में चल रहा है.
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ट्विटर पर राजस्थान के मंत्री प्रताप खाचरियावास ने 'राजपूत नरसंहार छपरा' टैग के साथ छपरा में हुई हत्या को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग करते हुए लिखा है कि ऐसे अपराध करने वालों को कड़ी से कड़ी सख़्त से सख़्त सज़ा मिलनी चाहिए.
'भाटियो का इतिहास' नामक ट्विटर हैंडल से लिखा है 'बिहार में फिर से जातिय द्वेष में क्षत्रिय नरसंहार हुआ है और नीतीश सरकार मौन है. अपराधी स्वजातीय हैं जिन्हें स्वजातीय विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री सब संरक्षण दे रहे है. अगर पीड़ित परिवार दलित होता तो सभी नेताओं का मेला लग जाता'.
जोधपुर के छात्र नेता रविंद्र सिंह भाटी ट्विट पर लिखते हैं कि 'छपरा में हुई हत्या मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है व एक जघन्य अपराध है ऐसे अपराध करने वालों को कड़ी से कड़ी सख़्त से सख़्त सज़ा मिलनी चाहिए. वहीं इस मसले पर जदयू और भाजपा की राजनीति भी हो रही है'.
'राजपुताना.कॉम' नामक हैंडल से एक वीडियो साझा किया गया है, जिसमें संजय सिंह को अस्पताल से बाहर निकलते दिख रहे हैं. उसमें लिखा है कि 'संजय सिंह रूबन अस्पताल में भर्ती मरीज से मिले बिहार प्रशासन को तुरंत करवाई करने का आदेश दिया हर संभव मदद का आश्वासन दिया बीजेपी बिहार के राजपूत नेता किस बिल में घुसा हुआ है समाज का वोट चाहिए इनको सिर्फ'.
राजद विधायक चेतन आनंद ने भी 'राजपूत नरसंहार छपरा' को टैग करते हुए लिखा है 'आज छपरा नरसंहार के पीड़ित राहुल कुमार सिंह और आलोक कुमार सिंह को देखने रूबन हास्पिटल गये और परिवार से मिलकर प्रशासन को अपराधियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया'.
क्यों हैं आक्रोशितः बता दें कि मुखिया पति विजयी यादव पर फायरिंग की गई थी. घटना 2 फरवरी की बताई जा रही है. इस दौरान मुखिया पति के समर्थकों ने तीन आरोपियों को पकड़कर बांध कर पिटाई कर दी थी. इस घटना में एक आरोपी अमितेष कुमार की मौत हो गई थी. वहीं राहुल सिंह और आलोक सिंह की स्थिति नाजुक बनी हुई है. इसी मामले में मृतक के समर्थकों ने गांव में घुसकर कई घरों में आग लगा दी है. जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है. पुलिस गांव में कैंप कर रही है.
मुबारकपुर गांव में आगजनी: कई घरों को आक्रोशित लोगों ने फूंक दिया. अभी भी गांव में अमितेश लिचिंग मामले में तनाव की स्थिति बनी हुई है. गांव में पुलिस कैंप कर रही है. सारण के एसपी गौरव मंगला भी मुबारकपुर गांव में डेरा डाले हुए हैं. इस मामले में 2 आरोपी की गिरफ्तारी की जा चुकी है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस तेजी से छापेमारी कर रही है. मुखिया पति विजय यादव और उसके समर्थकों पर अमितेश की लिंचिंग कर हत्या का आरोप है.
नरसंहार का मतलब क्या होता हैः नरसंहार का तात्पर्य बहुत सारे व्यक्तियों की सामूहिक हत्याओं से होता है. ये हत्याएं अकारण, निजी स्वार्थ हेतु अथवा अपराध या युद्धजनित हो सकती हैं.