पटना: नालंदा खुला विश्वविद्यालय से 98 वर्ष की आयु में अर्थशास्त से एमए करने वाले 101 वर्षीय राजुकमार वैश्य का सोमवार को निधन हो गया. पटना के राजेंद्र नगर स्थित अपने निवास पर उन्होंने आखिरी सांस ली. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर गहरी शोक- संवेदना व्यक्त की है. वो अपने पुत्र एनआईटी के सेवानिवृत्त प्रो. संतोष कुमार के साथ रहते थे.
CM ने फोन पर परिजन को दी सांत्वना 'लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस'
96 वर्ष की आयु में उन्होंने नालंदा खुला विवि में अर्थशास्त्र से एमए करने के लिए नामांकन कराया और दो वर्ष बाद उन्होंने परीक्षा दी और उत्तीर्ण हुए. इस उपलब्धि के लिए 'लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस' में उनका नाम दर्ज किया गया. उनकी इस उपलब्धि पर बधाई देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके घर जाकर बधाई दी थी.
101 साल की उम्र में राजकुमार वैश्य का निधन, सीएम ने जताया शोक राजकुमार वैश्य बरेली के थे मूलवासी
राजकुमार वैश्य मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बरेली के रहनवाले थे. वह साल 1938 में आगरा विश्वविद्यालय से उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक किया और उसके बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई की. जिस वजह से इन होने अर्थशास्त्र में एमए नहीं कर पाये. एमए नहीं कर पाने का मलाल उन्हें ताउम्र रहा. इसलिए उन्होंने 96 वर्ष की उम्र में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में नामांकन ले लिया. एमए में नामांकन लेने के बाद 'लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में उनका नाम सबसे अधिक उम्र के छात्र के रूप में दर्ज किया गया.
CM ने फोन पर परिजन को दी सांत्वना
मुख्यमंत्री ने स्व. राजकुमार वैश्य जी के पुत्र बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पटना जो अब एनआईटी पटना है के सेवानिवृत प्रो. संतोष कुमार से फोन पर बात कर सांत्वना दी. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा के चिर शांति और उनके परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य करने की शाक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.