पटना:आरजेडी के कद्दावर नेता के रूप में पहचान बनाने वाले अली अशरफ फातमी के पार्टी में आने से जदयू के नेता गदगद हैं. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि पहले भी आरजेडी के ताबूत में कई कील ठोके जा चुके हैं. फातमी के रूप में एक कील और ठोका गया है. राजीव रंजन ने कहा कि फातमी आरजेडी के अगली पंक्ति के नेता रहे हैं. उनके जदयू में शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी.
जदयू की नजर मुस्लिम वोट बैंक पर है नीतीश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं. अली अशरफ फातमी मिथिलांचल में मुस्लिम के बड़े चेहरों में से एक हैं. फातमी कभी लालू प्रसाद के करीबियों में से एक हुआ करते थे. उनके जदयू में आने से मुस्लिम वोटरों का विश्वास जदयू के तरफ बढ़ेगा. साथ ही यह आरजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
फातमी चल रहे थे आरजेडी से नाराज
फातमी काफी समय से आरजेडी से नाराज चल रहे थे. क्योंकि लोकसभा चुनाव में दरभंगा या फिर मधुबनी से वो टिकट चाह रहे थे, लेकिन राजद ने उन्हें टिकट नहीं दिया. फातमी ने मधुबनी से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी, लेकिन पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी. हालांकि बाद में फातमी ने बसपा से भी चुनाव नहीं लड़ा.