पटना:बिहार शिक्षा विभाग की ओर से छुट्टी का कैलेंडर जारी होने के बाद छुट्टी का विवाद इन दिनों चरम पर है. इसी को देखते हुए बिहार राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के निर्देश पर विश्वविद्यालयों की छुट्टी के लिए पटना, पाटलिपुत्र और मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति की एक कमिटी बनाई गई है. राज्यपाल ने इस कमिटी से एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट के आधार पर ही 2024 के लिए राजभवन विश्वविद्यालयों की छुट्टियां निर्धारित करेगा.
छुट्टी पर विवाद के बाद राजभवन की पहल:विश्वविद्यालय में छुट्टी का कैलेंडर दिसंबर में जारी होता है, कुलपतियों की रिपोर्ट के आधार पर राजभवन की ओर से छुट्टी का कैलेंडर जारी किया जाएगा. शिक्षा विभाग के नए छुट्टी कैलेंडर पर हो रहे विवाद के बाद राजभवन की ओर से यह पहल की गई है.
छुट्टी को लेकर मचा है घमासान:बता दें कि बिहार में शिक्षा विभाग ने सामान्य स्कूलों और उर्दू स्कूलों की छुट्टी का दो अलग-अलग कैलेंडर जारी किया है, जिसे लेकर विवाद है. वहीं हिंदू पर्व के कुछ महत्वपूर्ण त्योहारों की छुट्टियां समाप्त करने और मुस्लिम पर्व की छुट्टियां बढ़ाने को लेकर भी नीतीश सरकार पर बीजेपी और कई दलों की ओर से बिहार का इस्लामीकरण करने का आरोप लगाया जा रहा है.
सत्ता पक्ष में छुट्टी पर अलग-अलग विचार: शिक्षा विभाग की ओर से जारी छुट्टी के कैलेंडर को लेकर सत्ताधारी दल के नेताओं की भी एक राय नहीं है. जदयू के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री इसको देखेंगे. वहीं जदयू के ही एमएलसी नीरज कुमार ने इसका समर्थन किया है. एमएलसी संजय सिंह के द्वारा दिए गए बयान के बाद तो उनका पेंशन भी रोक दिया गया है और यह विवाद भी तूल पकड़ता जा रहा है.
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