पटना:बिहार की राजधानी पटना (Patna) में स्थित हार्डिंग पार्क (Hardinge Park) से कभी बसें खुला करती थी. लेकिन अब उस जगह पर बहुत जल्द नया स्टेशन बनाया जाएगा. आपको बता दें कि पूर्व मध्य रेल का बिहार सरकार से करार है कि दीघा रेल खंड के बदले बिहार सरकार हार्डिंग पार्क की जमीन देगी, जिसकी सहमति भी बन गई. इस बाबत डीपीआर भी पूर्व मध्य रेल ने तैयार कर लिया है. जिससे रेल यात्रियों को काफी सहूलियत होगी.
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आपको बताते चलें कि उम्मीद जताया जा रहा है कि अक्टूबर तक हार्डिंग पार्क जमीन का कायाकल्प हो जाएगा. हार्डिंग पार्क पर प्लेटफार्म बन जाने से पटना जंक्शन पर पैसेंजर ट्रेनों के यात्रियों की भीड़ कम जाएगी. इससे प्लेटफार्म पर काफी जगह मिलने लगेगा. पटना जंक्शन (Patna Junction) पर ट्रेनों का लोड भी कम हो जाएगा और लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए प्लेटफार्म खाली रहेगा.
'हार्डिंग पार्क को बिहार सरकार ने केंद्र सरकार को सुपुर्द करने का निर्णय लिया है. कुछ मामला इसमें बिहार सरकार और कोर्ट के बीच में है. वो लगभग अब सेटल होने वाला है. उसके पश्चात जो बीएसएनएल की जमीन है वो भी रेल मंत्रालय को मिलने की संभावना है. ये सभी कार्य हो जाने के बाद हमलोग पटना जंक्शन पर एक अतिरिक्त भवन और प्लेटफॉर्म का निर्माण करेंगे. जिससे यात्रियों को सहूलियत मिलेगी.' -राजेश कुमार,सीपीआरओ, पूर्व मध्यरेल
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हार्डिंग पार्क की जमीन पर प्लेटफार्म निर्माण की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. जैसे ही बिहार सरकार कोर्ट के माध्यम से रेलवे को जमीन सुपुर्द करेगी वैसे ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. 2024 तक पटना में पांच प्लेटफार्म वाला नया रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा. सबसे खास बात यह है कि रेल यात्रियों को सहूलियत को ध्यान में रखकर पूरा डीपीआर तैयार किया गया है.
एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए सब-वे का इस्तेमाल किया जाएगा. इसका लाभ उत्तर बिहार के यात्रियों को भी होगा. यहां से विभिन्न रूटों के लिए पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव और परिचालन भी होगा. दीघा ब्रिज रेल ट्रैक दोहरीकरण का भी काम जोरो-शोरो पर है. यह उम्मीद जतायी जा रही है कि इस साल के अंत तक दीघा ब्रिज रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य हो जाने से उत्तर बिहार के यात्रियों को काफी सहूलियत होगा. हार्डिंग पार्क की जमीन पर लोगों के माध्यम से अवैध कब्जा भी किया गया है. जिसे हटाना रेलवे प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगा.