पटना:बिहार में फिलहाल राज्य सरकार ने बालू खनन (Illegal sand mining in Bihar) पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है. दूसरी और बालू माफियाओं के द्वारा अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. यहां तक कि बालू माफिया अब किसानों के निजी जमीन को अपना निशाना बनाते जा रहे हैं. जिसके अवैध खनन को लेकर मिल रही लगातार सूचना के बाद पटना जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले के बिहटा और मनेर के सोन नदी इलाके में छापेमारी किया गया. इस छापेमारी के दौरान लगभग दो दर्जन पोकलेन मशीन को जब्त किया गया है और उसमें खनन विभाग और जिला पुलिस बल के द्वारा तोड़फोड़ किया गया.
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बिहटा में खनन विभाग की कार्रवाई: पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद गांव के सोन तटीय इलाके में अवैध खनन को लेकर पटना डीएम के आदेश पर जिला खनन विभाग और एसटीएफ की टीम ने एक साथ छापेमारी की गई. जहां अवैध खनन में लगे कई पोकलेन मशीन को खनन विभाग के अधिकारियों ने जब्त कर लिया और मौके पर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया. तस्वीरों में भी साफ दिख रहा है कि किस तरह से पोकलेन मशीन को जब्त किया गया है. वहीं, जो पोकलेन मशीन वापस नहीं लाया जा सके, उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
खनन विभाग ने कई मशीनों को किया जब्त: इधर खबर करने गए स्थानीय पत्रकारों के साथ एसटीएफ के पुलिस कर्मी ने दुर्व्यवहार किया. पत्रकारों द्वारा बनाए गए विजुअल से खफा होकर उनका मोबाइल छीन लिया और बनाए गए वीडियो और फोटो को डिलीट करने को बोला गया. साथ ही वीडियो नहीं बनाने की हिदायत भी दी गई. अवैध खनन को लेकर लगातार खबर चलने के बाद खनन विभाग बौखलाया हुआ है, जिसके कारण पत्रकारों के द्वारा बनाए गए वीडियो को अपना निशाना बना रही है.
कई पोकलेन जब्त कर किया गया क्षतिग्रस्त: जब्त किए गए पोकलेन को गंगा नदी से बाहर लाने के लिए खनन विभाग किसी तरह का कोई उपाय नहीं कर रही है और वहीं पर तोड़फोड़ कर छोड़ देती है. कई बार तो उसमें आग भी लगा देती है, जिसका फायदा अवैध खनन बालू खनन करने वाले माफिया उठाते हैं. उसी मशीन को दोबारा बनवा कर फिर से वहीं पर बालू के अवैध खनन में इस्तेमाल करने लगते हैं.