पटना:पटना विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज परिसर में टेलीमेट्रीक स्टेशन का मुख्य केंद्र स्थापित किया जा रहा है. यह राज्य के अलग-अलग 10 जगहों पर बने टेलीमीट्रिक स्टेशन से जुड़ा होंगा. सभी केंद्रों का डाटा साइंस कॉलेज के भूगर्भ विभाग स्थित मुख्य केंद्र में आएगा. इसी आधार पर छात्र और वैज्ञानिक भूकंप की भविष्यवाणी के बारे में जान सकेंगे.
जानकारी के मुताबिक मोतिहारी, सिवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, मुंगेर और पूर्णिया में टेलीमेट्रीक स्टेशन स्थापित किए गए हैं. साइंस कॉलेज के भूगर्भ शास्त्र में बनाया जा रहा यह केंद्र बिहार का पहला भूकंप अध्ययन केंद्र होगा. इस केंद्र से रिसर्चरों को काफी सहूलियत होगी.
विभागाध्यक्ष ने दी जानकारी
कॉलेज के भूगर्भ शास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रमेश शुक्ला ने बताया कि पटना साइंस कॉलेज टेलीमीट्रिक स्टेशन मुख्य केंद्र होगा. सभी केंद्रों का डाटा यही आएगा. इसके अलावा दस अलग-अलग जिलों पर स्थापित हुए टेलीमेट्रीक स्टेशन से डाटा भी यहां संकलित किया जाएगा. सभी जगहों के भूकंप की लहरों को रिकॉर्ड करने के लिए संवेदनशील भूकंप मापीयंत्र होंगे. स्टेशन 24 घंटे उपग्रहों से डाटा संग्रह करेंगे, जो पटना में मुख्य टेलीमेट्रीक स्टेशन को प्राप्त होगा. भूविज्ञान विभाग के सदस्य नियमित रूप से इसकी निगरानी करेंगे.
पहले ही विभाग और सरकार के बीच हो चुका है करार
पटना विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग ने पहले ही बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है. इसमें इस क्षेत्र की भूकंपीय गतिविधियों की निगरानी और भूकंप अनुसंधान के लिए डाटाबेस तैयार होता है. साथ ही यहां टेलीमेट्रीक स्टेशन स्थापित करने की भी बात हुई है.
बता दें कि इसके लिए तीन मंजिला भवन का जल्द ही शिलान्यास किया जाएगा. इसका उद्धाटन सीएम नीतीश कुमार के कर कमलों से होने की अटकलें सुनने में आ रही हैं. हालांकि, तिथि की घोषणा अबतक नहीं की गई है.