पटना:अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को वाम संगठनों की ओर से भारत बंद ( Bharat Bandh Against Agneepath Scheme) का बुलाया गया है. इसके समर्थन में वाम संगठन से जुड़े छात्रों ने सोमवार को पटना विश्वविद्यालय गेट से कारगिल चौक तक आक्रोश मार्च निकाला. इस आक्रोश मार्च में 2 दर्जन से अधिक छात्र नौजवान शामिल रहे. कारगिल चौक पर सैकड़ों की तादाद में मौजूद सुरक्षा बलों ने आक्रोश मार्च को आगे बढ़ने से रोक दिया है.
पढ़ें- Bihar Bandh : 'अग्निपथ' पर आक्रोश.. रेलवे स्टेशन-पुलिस वाहन फूंके, जानें दिनभर कैसा रहा असर
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक: ऐसे में इस दौरान वाम संगठनों के प्रदर्शनकारियों और पुलिस बल के बीच काफी तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. प्रदर्शनकारियों (protest in patna over Bharat Bandh) ने आरोप लगाया कि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे प्रशासन द्वारा कुचलने का प्रयास किया जा रहा है. एआईएसएफ नेता विश्वजीत कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना देश के आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरनाक है और इससे देश के नौजवानों का भविष्य चौपट होगा. नौजवानों को 4 साल की नौकरी देने के बाद उन्हें बेरोजगार कर दिया जाएगा और हथियार का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके नौजवान यदि बेरोजगार हुए तो यह देश के आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर संकट बनकर उत्पन्न होगा.
"अग्निवीर के नाम पर सरकार युवाओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है. देशभर में नौजवान इसका विरोध कर रहे हैं जिसका हम सभी समर्थन कर रहे हैं. इस योजना के विरोध में नौजवानों द्वारा बुलाया गया भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं और जब तक केंद्र सरकार इस योजना को वापस नहीं लेती है यह प्रदर्शन रुकेगा नहीं."- विश्वजीत कुमार, एआईएसएफ नेता
"केंद्र सरकार की यह अग्निपथ योजना नौजवान विरोधी है. सरकार जब तक इस योजना को वापस नहीं लेती इसी प्रकार आंदोलन चलता रहेगा. इस योजना के माध्यम से केंद्र सरकार गरीब नौजवानों के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ कर रही है और 4 साल की नौकरी देकर उन्हें बेरोजगार करने का सरकार का यह जो प्लान है इसका लगातार विरोध करते रहेंगे जब तक यह योजना वापस नहीं ले ली जाती है."- मनोज कुमार चंद्रवंशी, छात्र नेता