पटना:पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र नियमित व नामांकन प्रक्रिया आरंभ होने के बाद अब 30 जून से पीजी में नामांकन की प्रक्रिया आरंभ होगी. कुलपति प्रो आरके सिंह की अध्यक्षता में 18वीं सिंडिकेट की बैठक में कई प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई. गुरुवार को बैठक में चालू सत्र में स्नातक में चार वर्षीय च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के लिए राजभवन से जारी रेगुलेशन और आर्डिनेंस को स्वीकार किया गया. 27 जून को होने वाली द्वितीय दीक्षांत समारोह में सभी की सहभागिता बनाने पर जोर दिया गया.
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विजिटिंग फैकेल्टी की सेवा लेने पर मुहर: बैठक में सिंडिकेट सदस्यों ने विश्वविद्यालय सत्र नियमित होने पर हर्ष व्यक्त किया. बैठक में 15 विषयों में नियुक्त अतिथि शिक्षकों को रिन्यूअल करने के लिए प्राचार्यों से परफॉर्मेंस रिपोर्ट मंगाने तथा नियुक्ति वाले पैनल से ही इसके रिपोर्ट के आधार पर रिन्यूअल करने को हरी झंडी दी गई. इसके अतिरिक्त खाली पदों पर पुनः विज्ञापन जारी कर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति को हरी झंडी दी गई. विभिन्न कॉलेजों में विषय विशेषज्ञ के रूप में विजिटिंग फैकेल्टी की सेवा लेने पर भी मुहर लगाई गई.
पीएचडी के रि रजिस्ट्रेशन का शुल्कः विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों के आवेदन पर समय से पहले पूर्व सेवानिवृत करने पर सिंडिकेट ने अपनी मुहर लगा दी. व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए सरकार से सीट निर्धारण का सहमति पत्र प्राप्त होने पर नामांकन लेने का निर्णय लिया गया. कॉलेजों में वित्तिय संतुलन बनाने को लेकर विश्वविद्यालय से कॉलेजों का आंतरिक ऑडिट कराने पर भी सिंडिकेट ने अपनी मुहर लगाई. पीएचडी के रि-रजिस्ट्रेशन के लिए एक हजार शुल्क लेने पर सहमति दी गई.
ये रहे मौजूद: बैठक में एएनएस कॉलेज बाढ़ के प्राचार्य के नए सदस्य बनने पर प्रो ध्रुव कुमार का स्वागत किया. बैठक का संचालन कुलसचिव प्रो शालिनी ने, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रति कुलपति प्रो गणेश महतो ने किया. बैठक में राज्य सरकार द्वारा नामित एमएलसी प्रो राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, एमएलसी नीरज कुमार, डॉ नरेन्द्र कुमार सिंह, प्रतिभा सिंह, अरुण कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो एके नाग, प्राक्टर प्रो मनोज कुमार, सीसीडीसी प्रो मणीबाला, डीन समाजिक विज्ञान प्रो राम किशोर सिंह, डीन विज्ञान प्रो रिमझीम शील आदि मौजूद रहे.