पटनाःबिहार में जल, जीवन, हरियाली (Jal Jeevan Hariyali) कार्यक्रम के तहत पर्यावरण दिवस लेकर बिहार पृथ्वी दिवस (Bihar Earth Day) यानि 9 अगस्त तक 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. पौधारोपण के लिए पर्यावरण विभाग (Environment Department) के अलावा जीविका दीदियों और मनरेगा को जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में अतिक्रमण इस मुहिम में अड़ंगा बन रहा है.
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पूरे बिहार में 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है. इस लक्ष्य के तहत जीविका दीदियों को करीब 1.5 करोड़ और मनरेगा कर्मियों को दो करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है. जीविका दीदियों और मनरेगा कर्मियों को तो गांवों में पौधारोपण में आसानी हो रही है लेकिन अतिक्रमण की वजह से शहरी क्षेत्रों में पौधारोपण करना बड़ी समस्या है.
"अतिक्रमण की वजह से शहरी इलाकों में पौधारोपण में काफी समस्याएं हो रही हैं. फुटकर दुकानदार और दूसरे तरह के लोगों के द्वारा ये समस्यां उत्पन्न हो रही हैं. हमारी कोशिश है कि उन्हें किसी दूसरे जगह पर शिफ्ट किया जाए, जिससे उनकी जीविका प्रभावित नहीं हो. इसके बाद पौधारोपण आसानी से हो सकेगा.-" तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री सह नगर विकास मंत्री, बिहार
बिहार सरकार के पर्यावरण विभाग के मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा है कि अर्बन प्लांटेशन को बढ़ावा देने के लिए लगातार नगर विकास विभाग के साथ संपर्क में हैं. उन्होंने बिहार के अन्य शहरों में पौधारोपण की स्थिति को दयनीय बताया है. मंत्री का कहना है कि अतिक्रमण हटाकर उस जगह पर पौधारोपण करने पर जोर दिया जा रहा है. इससे शहर का प्रदूषण स्तर काफी कम हो सकेगा.