पटना: जिले के बेउर जेल में उस समय अफरातफरी मच गई जब कैदियों को पता चला जेल में बंद एक कैदी की मौत हो गई है. एससी-एसटी एक्ट मामले में बेउर जेल में बंद बाढ़ निवासी गौरी यादव ने जेल के बाथरूम में आत्महत्या कर ली. जानकारी के अनुसार जमानत नहीं मिलने पर कैदी ने आत्मघाती कदम उठाया है.
पटना: बेउर जेल में कैदी ने की आत्महत्या, जमानत नहीं मिलने पर उठाया आत्मघाती कदम - जमानत
एससी-एसटी एक्ट में उक्त कैदी एक साल से जेल में बंद था. वहीं जमानत नहीं मिलने पर गौरी यादव ने आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाया है. फिलहाल जेल प्रशासन ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार एससी-एसटी एक्ट में उक्त कैदी एक साल से जेल में बंद था. वहीं जमानत नहीं मिलने पर गौरी यादव ने आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाया है. फिलहाल जेल प्रशासन ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं कैदी के परिजनों को जेल प्रशासन ने उसकी आत्महत्या की जानकारी दी है.
शौचालय में गमछे से फंदा बनाकर की आत्महत्या
इस मामले में बेउर जेल सुप्रीटेंडेंट ने बताया कि 35 वर्षीय गौरी यादव 19 जून 2019 से जेल में कैद था. उसे एससी-एसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. तब से वो जेल के गंगा खंड के वार्ड नंबर 5/8 में रह रहा था. शुक्रवार को गौरी ने शौचालय के अंदर एक गमछा के सहारे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. बहुत देर तक जब वो शौंचालय से बाहर नहीं निकला तो बाकी लोगों को शंका हुई. बाहर से काफी आवाज लगाई और जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो मौके पर मौजूद लोगों और जेल प्रशासन ने शौचालय का दरवाजा तोड़ दिया. वहीं अंदर का नजारा देखकर वहां मौजूद कैदियों और जेल प्रशासन के होश उड़ गए.वहीं घटना के बाद जेल प्रशाशन के आला अधिकारियों ने जेल पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली.